किसानों के सामने अपनी फसलों को लेकर जो सबसे बड़ी चुनौती होती है वह है मौसम. बेमौसम बारिश से अकसर किसानों की फसलें खराब हो जाती हैं. जिसके कारण किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है. जून के महीने में खरीफ फसलों की बुवाई शुरू हो जाएगी. इस सीजन में भी मौसम के बदलते रुख के कारण किसानों को खेती करने में समस्या का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में किसानों की मदद करेगा ‘मेघदूत ऐप’. यह ऐप किसानों को पहले से ही मौसम के बारे में अलर्ट दे देती है. जिससे किसान अपनी फसलों को बचाने का प्रबंध कर सकते हैं.
क्या है मेघदूत ऐप
किसानों को मौसम की मार न झेलनी पड़े इसके लिए मेघदूत मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च किया गया था. इस ऐप के जरिए किसानों को मौसम के पूर्वानुमान और मौसम आधारित खेती के बारे में अलर्ट दिया जाता है. इसका लॉन्च करने का उद्देश्य किसानों और उनकी फसलों को नुकसान होने से बचाना है. यह ऐप भारत मौसम विज्ञान विभाग(India Meteorological Department), भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (Indian Institute of Tropical Meteorology) और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (Indian Council of Agricultural Research) की संयुक्त सहयोग से बनाई गई है.
कैसे काम करती है ये ऐप
इस ऐप के माध्यम से भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा स्थापित राज्य मौसम विज्ञान केंद्रों (Regional Meteorology Centre) की मदद से 732 जिलों को कवर किया गया है. जो कि 1019 स्टेशनों की माध्यम से हर 3 घंटे में किसानों को मौसम से जुड़े अलर्ट दिए जाते हैं. किसान इस ऐप की मदद से अपने जिले में अगले 10 दिन के मौसम का पूर्वानुमान जान सकते हैं. मेघदूत मोबाइल ऐप के तहत 6970 ब्लॉक के लिये ब्लॉक लेवल पर मौसम का पूर्वानुमान और 3100 ब्लॉक के लिए ब्लॉक लेवल की एग्रोमेट एडवाइजरी जारी की जाती है.
किसान कर सकते हैं रजिस्ट्रेशन
अपनी फसलों और खुद को नुकसान से बचाने के लिए किसान अपने मोबाइल फोन में इस ऐप को डाउनलोड कर सकते हैं. डाउनलोड करने के बाद अपने मोबाइल नंबर के माध्यम से इस ऐप में रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. बता दें कि अगर किसान मेघदूत ऐप द्वारा जारी की गई एडवाइजरी के अनुसार चलते हैं तो वे अपनी फसलों को नुकसान होने से बचा सकेंगे. इसके साथ ही उनकी फसलों की पैदावार अच्छी होगी.