दूध से होगी तगड़ी कमाई! जानिए मालवी गाय की खासियत, कीमत और दूध उत्पादन क्षमता
मालवी नस्ल की गाय किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है. यह रोज़ाना 12 से 15 लीटर तक दूध देती है और इसके दूध में वसा की मात्रा भी अधिक होती है. कम कीमत और आसान देखभाल के कारण किसान इसे बड़ी संख्या में पाल रहे हैं.
Malvi Cow : अगर आप खेती के साथ-साथ पशुपालन भी करना चाहते हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है. आज हम बात कर रहे हैं एक ऐसी देसी नस्ल की गाय की, जो न केवल अधिक दूध देती है, बल्कि इसकी देखभाल भी बहुत आसान है. जी हां, हम बात कर रहे हैं मालवी नस्ल की गाय (Malvi Breed Cow) की- जो किसानों की कमाई का नया जरिया बन चुकी है.
मालवी गाय की पहचान और खासियत
मीडिया रिपोर्ट के अनुुसार, मालवी नस्ल की गाय भारत के मालवा पठार की मानी जाती है. इसका शरीर मजबूत, लंबा और देखने में बेहद आकर्षक होता है. इस गाय का रंग आमतौर पर सफेद से लेकर हल्का सलेटी होता है. इसकी बनावट इतनी मजबूत होती है कि यह कठिन जलवायु में भी आराम से रह सकती है. कई जगह इसे महादेवपुरी गाय और मंथनी गाय के नाम से भी जाना जाता है. खास बात यह है कि यह नस्ल गर्म और ठंडे दोनों मौसम में आसानी से ढल जाती है, जिससे इसकी उत्पादकता पर कोई असर नहीं पड़ता.
एक दिन में देती है 12 से 15 लीटर दूध
मालवी नस्ल की सबसे बड़ी खासियत इसका दूध उत्पादन है. एक स्वस्थ मालवी गाय रोजाना 12 से 15 लीटर दूध देती है. यह मात्रा अन्य देसी नस्लों की तुलना में लगभग डेढ़ गुना अधिक होती है. देश के कई किसान बताते हैं कि इस गाय का दूध बाजार में अच्छी कीमत पर बिकता है, क्योंकि इसका स्वाद गाढ़ा और पोषक तत्वों से भरपूर होता है. यही वजह है कि Milk Business करने वाले पशुपालक इस नस्ल को सबसे ज्यादा पसंद करते हैं.
दूध में फैट और प्रोटीन की भरमार
- मालवी गाय के दूध की गुणवत्ता भी इसकी लोकप्रियता का बड़ा कारण है.
- इसमें 4.5 प्रतिशत से अधिक फैट (वसा) पाया जाता है.
- दूध में कैल्शियम, प्रोटीन और मिनरल्स की मात्रा अधिक होती है.
- यह दूध मानव शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी मदद करता है.
इसका दूध न केवल पीने के लिए बल्कि घी, मक्खन और दही जैसे उत्पाद बनाने के लिए भी बहुत उपयोगी होता है.
कम कीमत में ज्यादा फायदा
किसानों के लिए सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि मालवी नस्ल की गाय किफायती दरों पर उपलब्ध है. बाजार में इसकी कीमत लगभग 20 से 25 हजार रुपये के बीच होती है. इतनी सस्ती कीमत में मिलने वाली यह गाय किसानों को स्थायी आमदनी का साधन बना देती है. साथ ही इसकी देखभाल में ज्यादा खर्च भी नहीं आता- बस संतुलित आहार और साफ-सुथरा वातावरण चाहिए.
मालवी गाय क्यों है किसानों की पहली पसंद?
- यह देसी नस्ल ठंड और गर्मी दोनों मौसमों में टिकाऊ है.
- इसका दूध पौष्टिक और गाढ़ा होता है, जिससे बाजार में ऊंची कीमत मिलती है.
- यह कम दाम में उपलब्ध है, इसलिए छोटे किसान भी इसे आसानी से खरीद सकते हैं.
इसकी उम्र लंबी होती है और यह कम बीमार पड़ती है.
देशभर में कई किसान भाई अब इस नस्ल को अपनाकर Milk Farming से बेहतर आय कमा रहे हैं. खासकर मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान के किसान मालवी गाय के पालन से हर महीने हजारों रुपये तक का मुनाफा कमा रहे हैं.