कोहरा और पाला पड़ने पर भी नहीं सूखेगी तुलसी, जड़ में डाल दें छाछ के साथ ये टॉनिक

सर्दियों में तुलसी का पौधा ठंड, पाले और गलत देखभाल से जल्दी सूख जाता है. ज्यादा पानी, ओस और धूप की कमी नुकसान पहुंचाती है. मंजरी काटना, छाछ या सुहागा का सही इस्तेमाल, सीमित सिंचाई और धूप-ओस से सुरक्षा देकर तुलसी को ठंड में भी हरा-भरा रखा जा सकता है.

Kisan India
नोएडा | Published: 30 Dec, 2025 | 05:25 PM
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Kitchen Garden: सर्दी के मौसम आते ही किचन गार्डनिंग करने वालों की चिंता बढ़ जाती है, क्योंकि इस मौसम में पौधों में बहुत तेजी से बीमारी फैलती है. खासकर सर्दी का मौसम तुलीस के लिए बहुत ही खतरनाक होता है. कड़ाके की ठंड और पाले की चपेट में आकर तुलसी का पौधा अकसर सूख जाता है. ऐसे में लोग तुलसी के नए-नए पौधे लगाते हैं, लेकिन फिर भी सफलता नहीं मिलती. नए पौधे भी सर्दी के मौसम में सूख जाते हैं. लेकिन अब किचन गार्डनिंग के शौकीन लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. आज हम कुछ ऐसे देसी उपाय बताने जा रहे हैं, जिसे अपनाकर तुलसी के पौधे को सर्दी के मौसम में भी हरा-भरा किया जा सकता है.

एक्सपर्ट के मुताबिक, सर्दियों में तुलसी के पौधे की सही देखभाल न हो तो वह जल्दी सूखने लगता है. रातभर ओस में रहने, ठंडी हवा लगने और ज्यादा पानी देने से इसकी जड़ें सड़ सकती हैं. ठंड के मौसम में धूप कम और हवा  ज्यादा ठंडी होने से पौधों की बढ़त रुक जाती है और पत्तियां झड़ने लगती हैं. यही वजह है कि तुलसी का पौधा सर्दियों में सबसे ज्यादा प्रभावित होता है. अगर आपके घर, बालकनी या छत पर लगी तुलसी की पत्तियां सूखने लगी हैं या पौधा कमजोर दिख रहा है, तो समय रहते उसकी सही देखभाल जरूरी है.

छाछ भी है तुलसी के लिए देसी टॉनिक

दरअसल, खाद, पानी और पोषण की कमी  से तुलसी सूखने लगती है. ऐसे में कुछ आसान उपाय अपनाकर सूखी डालियों में दोबारा पत्तियां लाई जा सकती हैं. सबसे पहले तुलसी में निकली मंजरी (फूल वाली डंडी) को काट दें, क्योंकि इसे न हटाने से पौधे की बढ़त रुक जाती है. इसके अलावा तुलसी को हरा-भरा रखने के लिए महीने में एक-दो बार छाछ में थोड़ा पानी मिलाकर मिट्टी में डालें. छाछ में मौजूद लैक्टिक एसिड मिट्टी की गुणवत्ता सुधारता है और पौधे की ग्रोथ तेज करता है.

तुलसी के सूखने पर बोरेक्स का छिड़काव करें

इसके अलावा, सर्दियों में तुलसी के सूखने पर सुहागा यानी बोरेक्स का हल्का इस्तेमाल भी फायदेमंद होता है. सूखी टहनियों की छंटाई करें, मिट्टी को हल्का खोदें और थोड़ा सा सुहागा चारों ओर डालकर पानी दें. इससे मिट्टी को पोषण मिलता है और पौधा फिर से हरा-भरा होने लगता है. साथ ही तुलसी के पौधे में बार-बार पानी न डालें, क्योंकि इससे जड़ सड़ सकती है.

समय-समय पर मिट्टी की गुड़ाई करते रहें

 सर्दियों में मिट्टी देर से सूखती है, इसलिए तभी पानी दें जब मिट्टी पूरी तरह सूखी लगे. साथ ही समय-समय पर मिट्टी की गुड़ाई  करते रहें और सूखी डालियां, पत्तियां व मंजरी हटाते रहें. इससे मिट्टी सख्त नहीं होती और पानी व खाद जड़ों तक आसानी से पहुंचती है. तुलसी के पौधे को धूप भी जरूरी है, इसलिए धूप निकलने पर गमले को धूप में रखें. सर्दियों में रात की ओस से बचाने के लिए पौधे को हल्के कपड़े से ढक दें या किसी सुरक्षित जगह पर रखें.

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