लखीमपुर खीरी में सीएम योगी ने किसानों से रासायनिक खेती छोड़ने की अपील की. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती अपनाने से खेत की मिट्टी उपजाऊ रहेगी और खर्च घटेगा. योगी सरकार अब किसानों को नेचुरल फार्मिंग की ट्रेनिंग भी दे रही है.
इस साल पश्चिम बंगाल के लिए पत्तियां तोड़ने की अंतिम तिथि 25 दिसंबर, और असम के लिए 20 दिसंबर तय करने की सिफारिश की गई है. चाय उत्पादकों का कहना है कि अगर ऐसा नहीं हुआ, तो कम गुणवत्ता वाली चाय बाजार में भर जाएगी और इससे उद्योग को बड़ा झटका लगेगा.
आपने देखा होगा कि बाजार में बिकने वाले सेब कितने चमकदार और सुंदर दिखते हैं. असल में, तोड़ने के बाद सेब की सतह पर प्राकृतिक रूप से मौजूद वैक्स एक-दो दिन में सूख जाती है. ताकि फल जल्दी खराब न हो और लंबे समय तक ताजा दिखे, व्यापारी इन पर कृत्रिम वैक्स की एक परत चढ़ा देते हैं.
भारत में अब गंदे पानी को साफ करने के लिए पौधों की मदद ली जा रही है. कई ऐसे पौधे हैं जो अपनी जड़ों से पानी में मौजूद प्रदूषकों को सोख लेते हैं और उसे दोबारा उपयोग योग्य बना देते हैं. आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही पौधो के बारे में...
मेथी भारतीय रसोई का ऐसा हर्ब है जो स्वाद के साथ-साथ सेहत का भी खजाना है. लेकिन बाजार से खरीदी हुई मेथी कभी-कभी केमिकल से ट्रीट की जाती है, जबकि घर में उगाई मेथी पूरी तरह शुद्ध और ताजी होती है. और सबसे बड़ी बात इसे पानी में उगाना बहुत आसान है.
अगर आप अपने घर में ऐसा पौधा लगाना चाहते हैं जो सुंदर भी दिखे और लाभदायक भी हो, तो आंवला बेस्ट चॉइस है. यह आपके किचन गार्डन को न केवल हरियाली देगा बल्कि सेहत का खजाना भी बन जाएगा. बस थोड़ी सी देखभाल और धैर्य, और फिर आपका घर प्राकृतिक विटामिन C से भर जाएगा.