मानसून बन रहा है पशुओं के लिए खतरा, भेड़-बकरी को बीमारी से बचाने के लिए अपनाएं ये उपाय

बरसात का मौसम समय भेड़ और बकरियों में बीमारियों का खतरा बहुत बढ़ जाता है.

नोएडा | Updated On: 1 Aug, 2025 | 07:14 PM

बरसात का मौसम जहां खेतों और पेड़-पौधों के लिए फायदेमंद होता है, वहीं पशुपालकों के लिए यह सतर्कता का मौसम बन जाता है. इस समय भेड़ और बकरियों में बीमारियों का खतरा बहुत बढ़ जाता है. अगर समय रहते जरूरी सावधानियां नहीं बरती गईं, तो पशु बीमार पड़ सकते हैं या जान भी जा सकती है, जिससे पशुपालकों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है.

हरी घास ज्यादा खिलाने से बढ़ती हैं पेट की बीमारियां

बरसात के बाद रेगिस्तानी इलाकों में हरी, कच्ची घास उग आती है जो बकरियों और भेड़ों को काफी स्वादिष्ट लगती है. लेकिन इस घास में पानी की मात्रा ज्यादा होती है, जिससे उनके पेट में दस्त और कीड़े हो सकते हैं.

फड़किया और पीपीआर जैसी बीमारियों से बचाने के लिए लगवाएं टीके

बारिश के मौसम में पशुओं को फड़किया बीमारी हो सकती है, खासकर जब वे ज्यादा हरा चारा या मूंगफली के पौधे खा लेते हैं. इससे पेट फूलता है, चक्कर आते हैं और कभी-कभी पशु की जान भी जा सकती है.

पैरों में सड़न की समस्या पहचानें और करें घरेलू इलाज

बारिश में जमीन पर पानी जमा रहने और नमी के कारण पशुओं के पैरों (खुरों) में सड़न हो जाती है. इससे वे लंगड़ा कर चलने लगते हैं और चलने-फिरने में तकलीफ होती है.

Published: 2 Aug, 2025 | 06:45 AM

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