यह छोटा सा कीड़ा इतना नुकसान कर सकता है कि पूरी फसल खराब हो जाए. महज 0.2 मिमी आकार के होते हैं, यानी नंगी आंखों से इन्हें देखना भी मुश्किल हो सकता है.
उड़द की कीमत करीब 95 रुपये प्रति किलो थी, जो अब गिरकर 72 रुपये प्रति किलो पर आ गई है. जिन मिल मालिकों ने पहले से उड़द स्टॉक किया था, उन्हें अब घाटा हो रहा है.
एक ही जगह बार-बार अमरूद उगाने से कीटों को बढ़ने का मौका मिलता है. इसलिए फसल बदलते रहें और मिर्च, गेंदा, धनिया जैसे कीट प्रतिरोधी पौधों को साथ लगाएं.
हर साल एक ही खेत में आलू उगाने से बचना चाहिए. इसके बजाय गेहूं, चना या अन्य फसलें उगाकर फसल चक्र अपनाना फंफूद से पैदा होने वाले रोगों को फैलने से रोक सकता है.
अचानक तेज गर्मी, तूफानी हवाएं या मौसम में अचानक बदलाव भी फूल और फलों को गिरा सकते हैं. कई बार पेड़ को शारीरिक नुकसान पहुंचता है जिससे वह अपने फूल और फल नहीं संभाल पाता.
फसल अवशेष जलाने की जरूरत नहीं, अब भूसा बनाइए, अनाज बचाइए और अतिरिक्त आमदनी कमाइए, बिहार सरकार सामान्य किसानों को 1.20 लाख रुपये, SC/ST किसानों को 1.50 लाख रुपये तक मिलेगा अनुदान.