जहां उगते नहीं थे कांटे वहां गुलाब उगा दिए, बंजर जमीन को उपजाऊ बनाने वाली महिला किसान रजनी
कोरबा जिला के कटघोरा विकासखंड में रहने वाली रजनी कंवर आज गुलाब की खेती कर हर महीने लाखों रुपये का लाभ कमा रही है.
मॉडर्न खेती का तरीका अपनाकर और सरकारी योजनाओं के जरिए खेती की जाए तो यह किसी के लिए भी फायदे का सौदा बन सकती है. छत्तीसगढ़ के जिला कोरबा की महिला किसान रजनी कंवर इसी फॉर्मूले पर गुलाब की खेती कर रही हैं और उनका हर महीने लाखों रुपये की आमदनी है. उन्होंने बंजर जमीन को उपजाऊ जमीन में बदल दिया है. रजनी कंवर प्रमाण हैं राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना महिला किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है.
बागवानी फसलों के उत्पादन को बढ़ाने, किसानों की आय में सुधार करने और खेती में रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा 2005-06 में राष्ट्रीय बागवानी मिशन (एनएचएम) की शुरुआत की थी. यह योजना 10वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान शुरू की गई थी. योजान का उद्देश्य देश में बागवानी क्षेत्र का समग्र विकास करना है. इसके अलावा किसानों की सक्रिय भागीदारी के साथ एक समूह दृष्टिकोण के माध्यम से बागवानी उत्पादन और उत्पादकता में ग्रोथ लाना है.
खेती करने की ठानी
कोरबा जिला के कटघोरा विकासखंड में रहने वाली रजनी कंवर आज गुलाब की खेती कर हर महीने लाखों रुपये का लाभ कमा रही है. समाचार एजेंसी प्रसार भारती के अनुसार रंजनी कंवर ने बताया कि उद्यानिकी विभाग से उन्हे गुलाब की खेती की जानकारी मिली थी. इसके बाद उन्होंने खेती करने की ठानी, लेकिन वह ऐसी फसल चाहतीं थीं जो उनकी बंजर जमीन को उपजाऊ बना दे और उनकी कमाई भी लाखों और करोड़ों में पहंच जाए.
बंजर जमीन पर गुलाब उगाने से शुरुआत
रजनी कंवर ने अपने इरादे को पक्का कर अपनी बंजर पड़ी जमीन पर गुलाब की खेती की तैयारी शुरू की. इसके लिए उद्यान विभाग से उन्हे पॉली हाउस, सिंचाई के लिए बोर और टंकी बनाकर दिया गया. राष्ट्रीय बागवानी मिशन से मिले इन सारी सुविधाओं के बाद आज रजनी कंवर गुलाब की खेती कर ना केवल हर महीने एक लाख रूपये से अधिक कमा रही हैं, बल्कि उन्होने गांव के 8 से 10 ग्रामीणों को रोजगार भी दिया है.
ऊपर की तस्वीर में किसान रजनी कंवर और नीचे उनका गुलाब का फार्म.
अच्छा मुनाफा कमा रहीं रजनी
कोरबा उद्यान विभाग के सहायक संचालक पतराम सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के तहत गुलाब की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है. उन्होने बताया कि कटघोरा की रजनी कंवर ने वैज्ञानिक विधि से गुलाबों की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रही है. उन्होंने कहा कि उद्यान विभाग की तरफ से समय-समय पर फूलों की खेती के लिए विशेष मार्गदर्शन देने के साथ ही शासन की योजनाओं का लाभ दिया गया है. जिससे गुलाब की खेती कर किसान आज प्रति एकड़ तीन से 5 लाख रूपये तक मुनाफा कमा रहे है.
देश के कोने-कोने से मिल रहे खरीदार
गौरतलब है कि जिला कोरबा में उद्यान विभाग द्वारा नवाचार कर आदिवासी परिवारों को फूलों की खेती के प्रति जागरूक किया जा रहा है. इसी का परिणाम है कि कोरबा जिला में फूल के कारोबारियों को अब कलकत्ता, नागपुर और बैंगलोर से गुलाब मंगाने की जरूरत नही पड़ रही. उद्यानकी विभाग और रजनी कंवर के सफल प्रयोग के बाद जिले में स्थानीय स्तर पर ही गुलाब की खेती कर फूलों की आपूर्ति की जा रही है.