इरादे मजबूत हों तो मिट्टी भी सोना उगल देती है. आईटी छोड़कर खेती अपनाने वाले इस युवा ने गांव में नया सोच और नया मॉडल खड़ा कर दिया. युवा इंजीनियर ने अपनी नौकरी छोड़कर खेती को करियर के रूप में चुना और आज वह स्थानीय स्तर पर व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए ग्राहकों को जोड़कर अपने कृषि उत्पादों की सफल बिक्री कर रहे हैं.
डॉक्टर कामिनी सिंह ने 1000 से अधिक महिला किसानों को जोड़कर एक नई शुरुआत की. उन्होंने महिलाओं को मोरिंगा यानी सहजन की खेती के लिए प्रेरित किया और फिर उसके वैल्यू एडिशन के माध्यम से बाजार तक पहुंच दिलाई.
आज के समय में जब देश के युवा बड़ी-बड़ी कंपनियों में नौकरी करने का सपना देखते हैं, उस समय फतेहाबाद के रहने वाले एक युवा ने सबसे अलग सोचते हुए खेती को ही अपना करियर बनाने का मन बनाया. उनकी मेहनत और लगन ने मिलकर उन्हें कम उम्र में सफल किसान बना दिया है और आज वे सबके लिए एक मिसाल बन गए हैं.
संविदा पर काम करते हुए कम वेतन मिलने और पिता को खेतों में मेहनत करते हुए देखकर यूपी के गोंडा जिले के एक युवा ने अपने पिता से प्रेरित होकर खेती की राह चुनी. अपनी मेहनत और लगन से आज वे खेती से सालाना लाखों में कमाई कर रहे हैं. उनकी कहानी देशभर के युवाओं के लिए एक मिसाल है.
उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के रहने वाले हृदय नरायण दुबे ने खेती-किसानी में रुचि होने के चलते प्राइवेट कंपनी की अच्छी नौकरी को छोड़ दिया. आज अपनी मेहनत और लगातार कोशिशों से वे एक सफल किसान बन चुके हैं. आइए जानते हैं कि क्या है उनकी सफलता की कहानी.
खुद का कारोबार शुरू करने के सपने को लेकर छोटे से कमरे से अपने बिजनेस की शुरुआत करने वाली निधि जैन आज एक सफल महिला उद्यमी हैं. उनकी कहानी अन्य महिलाओं के लिए मिसाल है. आइए जानते हैं कि कैसे डॉ. निधि सफलता के इस पायदान तक पहुंचीं.