अब महंगे नींबू नहीं खरीदने पड़ेंगे, जानिए घर पर उगाने का आसान तरीका
नींबू का पौधा घर में लगाने से आपको हर समय ताजा नींबू मिल जाता है. इसमें किसी तरह के केमिकल या दवा की चिंता नहीं रहती. बालकनी, छत या आंगन में रखा यह पौधा न सिर्फ फल देता है, बल्कि हरियाली से घर का माहौल भी खुशनुमा बना देता है.
बाजार में नींबू के बढ़ते दाम हर रसोई का बजट बिगाड़ देते हैं. कभी 5 रुपये तो कभी 10 रुपये का एक नींबू खरीदना मजबूरी बन जाता है. लेकिन अगर आप चाहें तो इस परेशानी से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं. अनुभवी माली बताते हैं कि नींबू का पौधा गमले में बहुत आसानी से लगाया जा सकता है और सही देखभाल के साथ यह सालों तक ताजे, रसदार और जैविक नींबू देता है. सबसे अच्छी बात यह है कि इसके लिए न तो बहुत जगह चाहिए और न ही ज्यादा मेहनत.
गमले में नींबू उगाना क्यों है फायदेमंद
नींबू का पौधा घर में लगाने से आपको हर समय ताजा नींबू मिल जाता है. इसमें किसी तरह के केमिकल या दवा की चिंता नहीं रहती. बालकनी, छत या आंगन में रखा यह पौधा न सिर्फ फल देता है, बल्कि हरियाली से घर का माहौल भी खुशनुमा बना देता है. माली कहते हैं कि एक बार पौधा जम गया तो सालों तक नींबू खरीदने की जरूरत ही नहीं पड़ती.
सही गमला और मिट्टी का चुनाव
नींबू के पौधे के लिए 12 से 16 इंच गहरा गमला सबसे बेहतर रहता है. गमले के नीचे पानी निकलने के छेद जरूर होने चाहिए. मिट्टी की बात करें तो साधारण मिट्टी में थोड़ा बदलाव जरूरी होता है. मिट्टी, रेत और सड़ी गोबर की खाद को बराबर मात्रा में मिलाने से ऐसा मिश्रण बनता है, जिसमें पानी नहीं रुकता और जड़ें आसानी से फैलती हैं. यही नींबू की अच्छी ग्रोथ का सबसे बड़ा राज है.
बीज से नींबू का पौधा कैसे तैयार करें
अगर आप बीज से पौधा लगाना चाहते हैं तो पके हुए ताजे नींबू के बीज लें. बीजों को अच्छी तरह धोकर साफ करें और हल्के हाथ से उनका ऊपरी छिलका हटा दें. इससे अंकुर जल्दी निकलता है. गमले में मिट्टी भरकर बीज को लगभग एक इंच गहराई में दबाएं और ऊपर से हल्का पानी दें. गमले को ऐसी जगह रखें जहां रोज 5–6 घंटे धूप मिले. करीब 10 से 15 दिन में छोटे पौधे निकलने लगते हैं. इस तरीके में धैर्य जरूरी है, क्योंकि फल आने में 3 से 4 साल लग सकते हैं.
कलम से पौधा लगाना माली का पसंदीदा तरीका
ज्यादातर माली बीज की बजाय कलम से नींबू लगाने की सलाह देते हैं. इसके लिए किसी स्वस्थ नींबू के पेड़ की 6–8 इंच लंबी हरी टहनी लें, जिसमें फूल या फल न हों. नीचे से तिरछा कट लगाकर पत्तियां हटा दें और ऊपर सिर्फ 2–3 पत्तियां छोड़ें. निचले हिस्से पर हल्दी या रूटिंग हार्मोन लगाकर इसे गमले में रोप दें. शुरुआत में गमले को हल्की छाया में रखें. 2–3 हफ्ते में जड़ें निकलने लगती हैं, इसके बाद पौधे को धूप में रखा जा सकता है. इस तरीके से 1 से 2 साल में ही फल मिलने लगता है.
देखभाल से मिलेगा ढेर सारा फल
नींबू के पौधे को रोज पानी की जरूरत नहीं होती. मिट्टी सूखी लगे तभी पानी दें. हर 15 दिन में गोबर की खाद, नीम खली या केले के छिलकों का पानी डालने से पौधा मजबूत होता है. अगर पत्तियों पर कीड़े दिखें तो नीम तेल का हल्का छिड़काव काफी असरदार रहता है.
थोड़ी मेहनत, सालों का फायदा
माली मानते हैं कि नींबू का पौधा धैर्य और नियमित देखभाल मांगता है, लेकिन बदले में यह सालों तक मुफ्त नींबू देता है. एक बार गमले में नींबू का पेड़ लग गया तो महंगे नींबू खरीदने की मजबूरी अपने आप खत्म हो जाती है.