गर्मी और लू से बचाएंगे ये 10 तरीके, हीटस्ट्रोक के खतरे से भी बचे रहेंगे
भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने गर्मी से बचाव के लिए कुछ आसान और जरूरी सुझाव जारी किए हैं.
देशभर में पड़ रही भीषण गर्मी ने आम जनजीवन को काफी प्रभावित कर रही है. कहीं तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार तो कहीं हीट वैव के कारण दोपहर में बाहर निकलना मुश्किल सा हो गया है. ऐसे मौसम में सबसे बड़ा खतरा लू लगने का होता है. जो सीधे-सीधे जानलेवा साबित हो सकता है. इसी को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के माध्यम से आम लोगों के लिए कुछ आसान और बहुत ही जरूरी सुझाव जारी किए गए हैं, जिनका पालन कर आप खुद को और अपने परिवार को बढ़ते गर्मी के प्रभाव से बचा सकते है.
कैसे करें गर्मी से बचाव
सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे ज्यादा से ज्यादा समय घर के अंदर या छायादार स्थानों पर बिताएं. बाहर जाने की स्थिति में हल्के रंग के सूती और ढीले कपड़े पहनें ताकि शरीर को हवा लगती रहे और तापमान नियंत्रित रहे. सिर को ढककर रखें. इसके लिए छाता, टोपी या गीला तौलिया भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
अधिक मात्रा में पानी पिएं
गर्मी में शरीर में पानी की कमी होना आम बात है, इसलिए जरूरी है कि दिनभर अधिक मात्रा में पानी पिएं. साथ ही नींबू पानी, लस्सी, ओआरएस जैसे नमकीन ड्रिंक्स का सेवन करें जिसे शरीर में नमक और तरल की कमी को पूरा करने में मदद हो सकें. मौसमी फलों जैसे तरबूज, खीरा, संतरा का सेवन करें ताकि शरीर को ठंडक मिल सकें.
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लू लगने पर क्या करें
यदि किसी को गर्म, लाल और सूखी त्वचा, अत्यधिक पसीना बंद हो जाना, बुखार (40°C या 104°F), तेज सिरदर्द, चक्कर, घबराहट या बेहोशी की शिकायत हो, तो तुरंत उसे ठंडी और छायादार जगह पर ले जाएं. ठंडे पानी से नहलाएं या गीले कपड़े और बर्फ से शरीर को ठंडक दें. अति आवश्यक होने पर डॉक्टर की सलाह लें.
कब तुरंत चिकित्सा सहायता लें
- एक घंटे से ज्यादा ऐंठन बनी रहे,
- व्यक्ति बेहोश हो जाए,
- शरीर का तापमान 40 डिग्री से ऊपर चला जाए,
- पसीना आना बंद हो जाए,
- भ्रम या बोलने में परेशानी हो