खरीफ सीजन में बाजरे की इस किस्म की बुवाई करें किसान, 5 रोगों से लड़ने में सक्षम
खरीफ सीजन में बाजारा की खेती की तैयारी कर रहे किसानों के लिए ICAR ने नई हाइब्रिड किस्म विकसित की है, जो कम पानी में भी अच्छी उपज देती है.
खेती किसानी में अगर कोई फसल कम पानी, कम लागत और ज्यादा मुनाफा देने वाली मानी जाती है तो वो बाजरा है. खासकर गर्मी और बरसात के मौसम में जब दूसरी फसलें मुश्किल से टिकती हैं, तब बाजरा फसल अपने मजबूत तने और जड़ों के साथ हर मौसम की मार को झेल जाती है. भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के कृषि वैज्ञानिकों ने बाजरे की एक बेहतरीन हाइब्रिड किस्म MH 2417 (पुसा-1801) को विकसित किया है, जो कई मामलों में बाकी किस्मों से कहीं अधिक बेहतर मानी जारी है.
ज्यादा उपज के साथ चारे के लिए बढ़िया
यह बाजरे की एक हाइब्रिड किस्म है, जिसे खास तौर पर दिल्ली-एनसीआर के जलवायु के हिसाब से तैयार किया गया है. यह किस्म खरीफ मौसम में बोने के लिए सबसे उपयुक्त मानी जा रही है और इसकी खासियत यह है कि किसान इसकी खेती सिंचित (irrigated) और असिंचित (rainfed) दोनों ही हालात में कर सकते हैं. उत्पादन की बात करें तो यह किस्म अनाज के रूप में प्रति हेक्टेयर 33.34 क्विंटल तक उपज देती है, वहीं सूखे चारे के रूप में 175 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उत्पादन देती है. यानी यह किस्म सिर्फ अनाज ही नहीं, पशुओं के चारे के लिए भी बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है.
बाजारा में भरपूर पोषण
यह किस्म पोषण के मामले में भी शानदार है. MH 2417 में आयरन और जिंक की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्व हैं. खासकर महिलाओं और बच्चों के लिए बाजरा सेहतमंद आहार माना जाता है.
5 बीमारियों से लड़ने में सक्षम
किसानों की एक बड़ी चिंता होती है फसलों में लगने वाली बीमारियां. लेकिन इस हाइब्रिड बाजरा किस्म की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह कीटों से होने वाली 5 बड़ी बीमारियों से लड़ने में सक्षम है. यह किस्म डाउन मील्ड्यू, फोलियर ब्लास्ट, रस्ट, स्मट और एर्गट जैसे कीटों से पनपने वाली बीमारियों की रोकथाम करने में सक्षम है. इससे किसानों का कीटनाशक दवाओं पर खर्च कम होता है और पैदावार बढ़ती है
किसान इस किस्म को क्यों अपनाएं
किसान इस किस्म मको इसलिए अपना सकते है क्योंकि यह किस्म कम पानी में पोषक तत्वों से भरपूर उत्पादन के साथ किस प्रकार की बीमारियों के प्रति सहनशील होता है. वहीं यह किस्म मल्टी पर्पस के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है.