लाल मूली की खेती से मिलेगी 450 क्विंटल तक पैदावार, एक क्लिक पर घर बैठे मंगवाएं बीज

मूली काशी लोहित अपने आकर्षक लाल रंग के लिए काफी लोकप्रिय है. इस मूली की एक खास किस्म है जिसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल सलाद में किया जाता है.

नोएडा | Published: 5 Aug, 2025 | 11:19 AM

अगस्त महीने की शुरुआत हो चुकी है और इसी के साथ खेतों में किसानों ने मूली की बुवाई भी शुरू कर दी है. अगस्त से सितंबर के बीच किसान मूली की ऐसी किस्मों को बोते हैं जो कि जल्दी पककर तैयार हो जाती हैं. इससे किसानों को दूसरी फसल के लिए खेत जल्दी खाली मिल जाते हैं और बाजार में मूली की कीमत भी अच्छी मिलती है. लेकिन मूली की खेती से अच्छी कमाई और उत्पादन के लिए बेहद जरूरी है कि किसान इसकी उन्नत किस्मों का चुनाव करें. मूली की ऐसी ही एक किस्म है मूली काशी लोहित (Radish Kashi Lohit). मूली की इस किस्म की खासियत है कि ये आकर्षक लाल रंग की होती है और इसका इस्तेमाल सबसे ज्यादा सलाद में किया जाता है.

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सरकार की तरफ से किसानों को हर तरह की खेती के लिए बढ़ावा दिया जाता है. किसान भी आज के समय में कमाई के लिए केवल पारंपरिक खेती पर ही निर्भर नहीं रहते हैं बल्कि व्यावसायिक और सीजनल खेती भी करते हैं. इसी कड़ी में राष्ट्रीय बीज निगम (National Seed Corporation) इन फसलों के बीज खुले बाजार से कुछ कम और किफायती दामों में उपलब्ध कराता है. मूली काशी लोहित के 100 ग्राम बीज का पैकेट बाजार में 76 रुपये में मिल रहा है जबकि बीज निगम यही पैकेट मात्र 55 रुपये में उपलब्ध करा रहा है. किसान चाहें तो इसके बीज ऑनलाइन खरीद सकते हैं.

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क्या है इस मूली की खासियत

मूली काशी लोहित अपने आकर्षक लाल रंग के लिए काफी लोकप्रिय है. ये मूली की एक खास किस्म है जिसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल सलाद में किया जाता है. सफेद मूली के मुकाबले मूली काशी लोहित में 80 से 100 फीसदी ज्यादा एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं. बता दें कि, मूली की ये किस्म बुवाई के करीब 140 से 145 दिनों में पककर तैयार हो जाती है. बात करें इससे होने वाली पैदावार की तो मूली की इस किस्म से किसानों को प्रति हेक्टेयर 400 से 450 क्विंटल तक पैदावार मिल सकती है.

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