NSC सरसों साग पूसा-1 किस्म को बच्चों, महिलाओं और वृद्धों के लिए सुपरफूड माना जाता है. इसकी खेती किसानों के लिए एक अच्छा विकल्प बनकर उभर रही है. इसमें मौजूद पौष्टिक गुण इसे लोगों के बीच लोकप्रिय बनाते हैं.
रबी सीजन की बुवाई के लिए उन्नत किस्म के बीज नहीं मिलने से नाराज छत्तीसगढ़ के किसान भड़क गए. किसान दुर्ग कलेक्ट्रेट में बैलगाड़ी लेकर पहुंच गए और वहां नारेबाजी के साथ जोरदार प्रदर्शन किया.
प्याज की कटाई तभी करें जब पत्तियां पीली होकर नीचे गिरने लगें और उनका ऊपरी हिस्सा सूख जाए. जल्दी कटाई करने से प्याज छोटा रहेगा और देर से कटाई करने पर फसल फट सकती है या खराब हो सकती है.
केमिकल खाद-उर्वरक सेहत और पर्यावरण, दोनों के लिए ही हानिकारक होते हैं. यही कारण है कि सरकार किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है. अपने खेत की मिट्टी को सही पोषण देने के लिए किसान प्राकृतिक खाद यानी लीक्विड खाद का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
इस साल खरीफ बुवाई में हुई बढ़ोतरी मुख्य रूप से धान और मोटे अनाजों में हुई है, जो मानसून की समय पर बारिश और मिट्टी में नमी की वजह से संभव हो पाई. वहीं, नकदी फसलों की गिरावट किसानों को इस बात का संकेत देती है कि बाजार और मौसम की अनिश्चितताओं के बीच जोखिम प्रबंधन कितना जरूरी है.
आंध्र प्रदेश में खरीफ बुआई के साथ यूरिया की आपूर्ति को लेकर प्रशासन सतर्क है. गुंटूर, बापटला और पालनाडु जिलों में निगरानी बढ़ाई गई है. ‘Urea Meechenthaku’ जैसे अभियान चलाए जा रहे हैं.