उपज बढ़ाने के साथ मिट्टी को सुधारता है सुपर बैक्टीरिया, पढ़ें डिटेल्स

IIT Bombay के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी सुपर बैक्टीरिया की खोज की है जो मिट्टी को उपजाऊ और फसलों की पैदावार को बढ़ाने में मदद करता हैं

Kisan India
नोएडा | Updated On: 23 May, 2025 | 06:00 PM

आज के दौर में खेती करना जितना जरूरी है, उतना ही मुश्किल भी होता जा रहा है. एक तरफ जहां किसानों को अच्छी उपज चाहिए होती तो वहीं दूसरी ओर मिट्टी में घुलते जहरीले केमिकल्स खेती को लगातार नुकसान पहुंचा रहे हैं. कीटनाशक, खरपतवार नाशक और फैक्ट्रियों से निकलने वाले जहरीले पदार्थ मिट्टी में घुलकर बीजों की अंकुरण और पौधों की ग्रोथ को धीमा कर देते हैं. ऐसे में IIT बॉम्बे के वैज्ञानिकों ने एक खास बैक्टीरिया खोज की है जिसका नाम बैक्टीरियल कॉकटेल (Bacterial Cocktail) है. जो न सिर्फ जहरीले तत्वों को खत्म करते हैं बल्कि मिट्टी को उपजाऊ बनाकर फसलों की पैदावार बढ़ाने में भी मदद करता है.

IIT बॉम्बे की खोज

IIT बॉम्बे के बायोसाइंसेज एंड बायोइंजीनियरिंग विभाग के कृषि वैज्ञानिकों की टीम ने ये बैक्टीरिया खेतों और प्रदूषित इलाकों से खोजा है, जहां की मिट्टी पहले से ही जहरीले केमिकल्स से प्रभावित थी. इन बैक्टीरिया में खासतौर पर Pseudomonas और Acinetobacter की प्रजातियां शामिल हैं, जो मिट्टी में मौजूद टॉक्सिक ऐरोमैटिक कंपाउंड मिट्टी को साफ करती हैं बल्कि पौधों की ग्रोथ को भी बढ़ावा देती हैं.

कैसे काम करता है ये बैक्टीरियल कॉकटेल

ये बैक्टीरिया टॉक्सिक ऐरोमैटिक कंपाउंड को तोड़कर ऐसे सरल कंपाउंड में बदल देते हैं जो पौधों के लिए सुरक्षित होते हैं. इसके साथ ही यह मिट्टी में मौजूद अकुलनशील (insoluble) पोषक तत्वों को घुलनशील (soluble) बना देते हैं. इतना ही नहीं, ये साइडरोफोर नाम के तत्व भी बनाते हैं जो पौधों में आयरन को बेहतर तरीके से सोखने में मदद करते हैं. खासकर उन जगहों पर जहां की मिट्टी में पोषण की कमी पाई जाती है. इसके साथ-साथ ये इंडोल एसीटिक एसिड (IAA) भी बनाता है जो पौधे को तेजी से बढ़ाने में मदद करता है.

सफाई और बीमारियों में माहिर

बता दें की बैक्टीरिया को मिलाकर तैयार की गई कॉकटेल बैक्टीरिया को गेहूं, मूंग, पालक और मेथी जैसी फसलों में आजमाया गया, जिसे फसलों की पैदावार में 45-50 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी देखी गई. जिनमें कुछ बैक्टीरिया मिट्टी की सफाई में माहिर निकले तो कुछ फसलों को बीमारियों से बचाने में मददगार साबित हुए.

छोटे और सीमांत किसानों के लिए बेस्ट

IIT बॉम्बे के माध्यम से की गई ये खोज अब किसानों की महंगे केमिकल्स, कीटनाशक और खरपतवार नाशक पर निर्भरता को कम करेंगी. ये प्राकृतिक बैक्टीरिया न केवल मिट्टी की सेहत सुधारेंगे, बल्कि फसलों की पैदावार बढ़ाने के साथ खेती को ज्यादा टिकाऊ और सुरक्षित बनाएगी. खासकर उन इलाकों के लिए बेस्ट है जहां की मिट्टी पहले से खराब और संसाधनों की कमी है, यह तकनीक उन छोटे और सीमांत किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

Published: 23 May, 2025 | 05:56 PM

फलों की रानी किसे कहा जाता है?

फलों की रानी किसे कहा जाता है?