जुलाई के महीने में मॉनसून के आने के साथ ही किसान खरीफ सीजन की फसलें की बुवाई शुरू कर देते हैं. खेती और किसान दोनों के लिए ही जुलाई का महीना बेहद ही महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इस मौसम में किसान धान और मक्का समेत कई महत्वपूर्ण फसलों की खेती करते हैं. ऐसे में किसानों को खेती से जुड़े कुछ जरूरी कामों के बारे में जानकारी होना बेहद जरूरी है, ताकि वे सही ढंग से फसलों की बुवाई कर सकें और उनसे अच्छी पैदावार ले सकें. बिहार सरकार के कृषि विभाग की ओर से जुलाई में खेती के लिए एडवाइजरी जारी की गई है. कृषि विभाग द्वारा जारी की गई इस एडवाइजरी से किसानों को निश्चित ही सही ढंग से खेती करने में मदद मिलेगी.
किसान फलदार पौधों को लगाएं
देश में मॉनसून पूरी तरह से एंट्री ले चुका है. इस मौसम में किसान ऐसी फसलों की खेती करते हैं जिसने उन्हें अच्छा उत्पादन मिलने के साथ ही आमदनी भी अच्छी हो. इस दौरान किसान कई तरह के फलदार पेड़ लगाते हैं, जिनमें आम और लीची जैसे फल शामिल हैं. बिहार कृषि विभाग द्वारा जारी की गई एडवाइजरी के अनुसार किसानों को सलाह दी गई है कि इन फलों की खेती के लिए गड्ढे तैयार करके महीने के आखिर तक गड्ढों में पौधों की रोपाई जरूर कर दें.
बुवाई से पहले बीजों का उपचार है जरूरी
मॉनसून सीजन में किसान कई तरह की सब्जियों की खेती भी कर सकते हैं. जुलाई के महीने में बरसात होने के कारण कुछ सब्जियों की खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित होती है. इन सब्जियों में मिर्च, टमाटर, गोभी की अगेती किस्में शामिल हैं. ऐसे में जुलाई में इन सब्जियों की खेती करने वाले किसानों के लिए बेहद जरूरी है कि वे बीज बुवाई से पहले इन बीजों का उपचार जरूर करें. बता दें कि बरसात में खेती करने से किसानों को सिंचाई करने के लिए अतिरिक्त पानी की जरूरत नहीं होती है.
जुलाई में करें संकर बाजरा की खेती
जुलाई में धान और मक्का की खेती के अलावा बाजरा की खेती भी बेस्ट होती है. इस मौसम में बाजरा की खेती करने वाले किसानों को काफी फायदा होता है. ऐसे में बिहार कृषि विभाग किसानों को सलाह देता है कि अगर किसान बाजरा की खेती का विचार कर रहे हैं तो बेहतर है कि वे बाजरा की संकर किस्मों का चुनाव करें. साथ ही किसानों को ये ध्यान रखना होगा कि बेहतर उत्पादन के लिए बाजरे की बुवाई जुलाई के दूसरे और तीसरे हफ्ते में करें.