अनानास खरीफ सीजन की ऐसी फसल है जिसकी खेती में किसानों को कम पानी और कम लागत में अच्छा फायदा मिलता है. खेती के लिहाज से आनानास की फसल किसानों के लिए बेहद ही फायदेमंद होती है. यह फसल एक व्यावसायिक फसल है जिसकी खेती से किसान 3 लाख तक की कमाई कर सकते हैं. खबर में आगे बात करेंगे कि कैसे होती है अनानास की खेती और कैसे किसानों को होता है इसकी खेती से फायदा.
ऐसे करें खेत की तैयारी
अनानास की खेती के लिए बेहद जरूरी है कि किसान खेत की अच्छे से दो बार गहरी जुताई करें. प्रति हेक्टेयर खेत में 10 से 12 टन गोबर की खाद मिलाएं. अनानास की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली रेतीली दोमट मिट्टी बेस्ट होती है, जिसका pH मान 4.5 से 6.5 तक होना चाहिए. इसकी खेती के लिए जून से जुलाई का समय सबसे सही होता है.
फसल की कटाई और उपज
बता दें कि अनानास की फसल रोपाई के करीब 15 महीने बाद पककर कटाई के लिए तैयार हो जाती है. इसकी प्रति हेक्टेयर फसल से 30 से 60 टन की पैदावार मिल सकती है. किसानों को ध्यान रखना होगा कि जब फसल में लगा फल हल्का पीला, खुशबूदार और पक जाए तभी इसकी तुड़ाई करें. बात करें स्टोरेज की तो अनानास की तुड़ाई के बाद 10 से 15 दिन कमरे की तापमान पर रखा जा सकता है. अनानास की फसल की खासियत ये है कि एक बार इसके पौधे की रोपाई करने के बाद बिना नया पौधा लगाए 2 से 3 बार तक उत्पादन किया जा सकता है.
अनानास की खेती से फायदा
अनानास एक कम लागत में ज्यादा मुनाफा देने वाली फसल है जिसकी खेती में किसान को 80 हजार से 1.2 लाख तक की लागत आ सकती है. प्रति हेक्टेयर फसल से 40 हजार से 60 हजार फल मिलते हैं. बाजार के दाम के अनुसार एक फल की कीमत 10 रुपये से 25 रुपये तक होती है. इस हिसाब से एक सीजन में किसान अनानास की प्रति हेक्टेयर फसल से 2 लाख से 4 लाख तक का शुद्ध मुनाफा कमा सकते हैं. बता दें कि अनानास की पत्तियों को जैविक खाद के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके साथ ही फसल चक्र में इसे शामिल करने से मिट्टी में भी सुधार आता है.