एवरेस्ट के पास दिखे 10 किंग कोबरा, वैज्ञानिक बोले- ये पृथ्वी के लिए खतरे की घंटी है!

किंग कोबरा जैसे सांप आमतौर पर गर्म और नम क्षेत्रों जैसे धान के खेत, दलदल और उष्णकटिबंधीय जंगलों में पाए जाते हैं. लेकिन अब ये सांप माउंट एवरेस्ट से महज 160 किलोमीटर दूर देखे गए हैं.

नई दिल्ली | Published: 14 Jun, 2025 | 12:13 PM

अब तक दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत श्रृंखलाओं में से एक माने जाने वाले एवेरेस्ट के आसपास केवल बर्फ, बर्फानी तेंदुए या याक जैसे जीवों की चर्चा होती थी. लेकिन हाल ही में नेपाल के काठमांडू और उसके आसपास के इलाकों में कुछ ऐसा देखा गया जिसने पर्यावरण विशेषज्ञों के होश उड़ा दिए. बीते एक महीने में यहां 10 बेहद जहरीले सांप, जिनमें 9 किंग कोबरा और 1 मोनोकल कोबरा देखा गया हैं. इनका यहां इस इलाके में दिखना कोई आम बात नहीं है, चलिए जानते हैं क्यों दुनिया पर के वैज्ञानिक इस मामले से बेहद परेशान हैं.

पहाड़ों में क्यों पहुंचे ये जहरीले सांप?

किंग कोबरा जैसे सांप आमतौर पर गर्म और नम क्षेत्रों जैसे धान के खेत, दलदल और उष्णकटिबंधीय जंगलों में पाए जाते हैं. लेकिन अब ये सांप माउंट एवरेस्ट से महज 160 किलोमीटर दूर देखे गए हैं. यह कोई संयोग नहीं, बल्कि जलवायु परिवर्तन का संकेत है. विशेषज्ञों का कहना है कि तापमान में लगातार हो रही बढ़ोतरी की वजह से ये उष्णकटिबंधीय जीव अब ठंडे क्षेत्रों की ओर बढ़ रहे हैं.

क्या है किंग कोबरा?

किंग कोबरा (Ophiophagus hannah) दुनिया का सबसे लंबा जहरीला सांप है, जिसकी लंबाई 18 फीट तक हो सकती है. इसके जहर में बेहद ताकतवर न्यूरोटॉक्सिन होता है जो शिकार को पलक झपकते ही खत्म कर देता है. इसकी एक ही काट में इतना ज़हर होता है कि 20 लोगों या एक हाथी की जान ले सकता है. आमतौर पर यह भारत, दक्षिण-पूर्व एशिया और फिलीपींस के घने जंगलों में पाया जाता है. इसे हिमालयी क्षेत्रों में देखना अत्यंत दुर्लभ है.

मोनोकल कोबरा भी पहुंचा पहाड़ों में

मोनोकल कोबरा (Naja kaouthia) अपनी हुड पर बने गोल “मोनोकल” पैटर्न से पहचाना जाता है. यह सांप भी आमतौर पर गर्म जलवायु वाले इलाकों में पाया जाता है. लेकिन अब इसकी उपस्थिति भी काठमांडू जैसे शहरों में डर का कारण बन गई है.

क्या बोले स्थानीय अधिकारी और विशेषज्ञ?

स्थानीय लोगों ने बताया कि ये सांप घरों और आंगनों में भी दिखाई दिए हैं. काठमांडू के दक्षिणकाली नगरपालिका के वार्ड-1 की अध्यक्ष जया थापा मगर ने बताया कि जंगलों में किंग कोबरा के अंडे और घोंसले भी मिले हैं. इससे साफ है कि सांप अब इन इलाकों को अपना स्थायी ठिकाना बना रहे हैं.

सांप बचाव प्रशिक्षक के अनुसार ये सांप लकड़ियों और भूसे से भरे ट्रकों में छुपकर यहां पहुंचे होंगे, लेकिन अब उन्होंने यहां अपना आवास बना लिया है. उन्होंने लोगों से जंगल में घूमते समय सतर्क रहने की अपील की है.

क्या कह रहे हैं विशेषज्ञ?

पर्यावरण वैज्ञानिकों का मानना है कि यह केवल एक घटना नहीं, एक चेतावनी है. यदि जलवायु परिवर्तन ऐसे ही बढ़ता रहा, तो हम और भी कई प्रजातियों को उनके असामान्य स्थानों पर पाते रहेंगे जो ना केवल पारिस्थितिकी के लिए खतरनाक है, बल्कि मानव जीवन के लिए भी जोखिमपूर्ण.

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