देश के बांधों में लबालब भर गया पानी, तमिलनाडु और कर्नाटक सबसे आगे, जानें आंकड़े
केंद्रीय जल आयोग (CWC) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश के 161 प्रमुख जलाशयों में अब 94.51 अरब घन मीटर पानी जमा हो चुका है, जो इनकी कुल क्षमता का 51.80 फीसदी है. ये आंकड़ा पिछले साल की तुलना में 95 फीसदी ज्यादा है.
साल 2025 का मानसून किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं रहा. मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत में झमाझम बारिश के चलते देश के प्रमुख जलाशयों में पानी लबालब भर गया है. केंद्रीय जल आयोग की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के 161 बड़े बांधों में कुल जल भंडारण 50 फीसदी से ऊपर पहुंच गया है, जो खेती-किसानी और पेयजल के लिए बेहद राहत भरी खबर है. जलस्तर में इस बढ़ोतरी ने देशभर के किसानों के चेहरों पर मुस्कान ला दी है और खरीफ की अच्छी पैदावार की उम्मीदें बढ़ा दी हैं. आइए जानते हैं, इस वक्त देश के किस राज्य के बांधों में कितना पानी मौजूद है.
देश के 161 जलाशयों में 50 फीसदी से ज्यादा पानी
केंद्रीय जल आयोग (CWC) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश के 161 प्रमुख जलाशयों में अब 94.51 अरब घन मीटर पानी जमा हो चुका है, जो इनकी कुल क्षमता का 51.80 फीसदी है. ये आंकड़ा पिछले साल की तुलना में 95 फीसदी ज्यादा है और पिछले 10 सालों के औसत से भी बेहतर है. यानी इस बार खेतों को पानी की कोई खास चिंता नहीं करनी पड़ेगी.
किस राज्यों में सबसे बेहतर हालात?
क्षेत्र | राज्य | जल स्तर (फीसदी) |
दक्षिण भारत | तमिलनाडु | 92.70 फीसदी |
कर्नाटक | 66 फीसदी | |
केरल | 59 फीसदी | |
आंध्र प्रदेश | 52.50 फीसदी | |
तेलंगाना | 36.36 फीसदी | |
मध्य-पश्चिम भारत | महाराष्ट्र | 67 फीसदी |
गुजरात | 40 फीसदी | |
गोवा | 100फीसदी (पूर्ण) | |
उत्तर भारत | राजस्थान | 65 फीसदी |
पंजाब | 36.90 फीसदी | |
हिमाचल प्रदेश | 32.40 फीसदी | |
कमजोर वर्षा क्षेत्र | पूर्वोत्तर भारत | -19 फीसदी(घटती वर्षा) |
दक्षिण भारत (कुछ हिस्से) | -5 फीसदी (घटती वर्षा) |
खरीफ की फसल के लिए सकारात्मक संकेत
अभी तक खरीफ फसलों की बुआई का रकबा 11.5 फीसदी बढ़ गया है. इस बात से यह संकेत मिल रहा है कि इस बार धान, मक्का, दालें और सोयाबीन जैसी फसलों की पैदावार बढ़ सकती है.
आने वाला हफ्ता भी रहेगा बारिश से भरपूर
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 7 दिनों तक उत्तर भारत में बारिश जारी रहेगी. इससे जलाशयों में और पानी जमा होगा और खरीफ की फसलों को जरूरी नमी भी मिलेगी.