भारत में मॉनसून ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है, और इसका सबसे सकारात्मक असर अब देश के बड़े जलाशयों पर दिखने लगा है. पिछले कुछ हफ्तों की सुस्ती के बाद, बारिश ने नदियों को नया जीवन दिया है और जलाशयों का जलस्तर भी तेजी से बढ़ा है. इससे न केवल पीने के पानी की स्थिति सुधर रही है, बल्कि खेती-किसानी को भी नया संबल मिल रहा है. खासकर खरीफ फसलों की बुवाई कर रहे किसानों के लिए यह राहत की खबर है. तो चलिए जानते हैं किस राज्य में कितना पानी अब तक जमा हुआ?
जलाशयों में बढ़ा जलस्तर
केंद्रीय जल आयोग (CWC) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, देश के 161 प्रमुख जलाशयों में इस हफ्ते कुल भंडारण 31.81 फीसदी (58.03 बिलियन क्यूबिक मीटर) तक पहुंच गया है. जबकि पिछले हफ्ते यह आंकड़ा 30.43 फीसदी था. ये आंकड़े बीते 10 साल के औसत से बेहतर माने जा रहे हैं. दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी के चलते यह सुधार देखने को मिला है.
कहां कितना पानी जमा?
उत्तर भारत: हिमाचल, पंजाब, राजस्थान सहित कुल 11 जलाशयों में 27.31 फीसदी जलस्तर है. हिमाचल में यह सिर्फ 15.6 फीसदी है जबकि राजस्थान में 51.78 फीसदी तक पहुंच चुका है.
पूर्वी भारत: ओडिशा, बंगाल, असम जैसे राज्यों में कुल 23.59 फीसदी जल भंडारण है. त्रिपुरा और मिजोरम में स्थिति बेहतर है.
पश्चिम भारत: महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा में 32.48 फीसदी जल भंडारण है. गोवा का एकमात्र जलाशय 70 फीसदी से ऊपर है.
मध्य भारत: मध्य प्रदेश में 30 फीसदी, छत्तीसगढ़ और यूपी में 25 फीसदी से कम जलस्तर है.
दक्षिण भारत: तमिलनाडु सबसे आगे है, जहां जलाशयों का भंडारण 80 फीसदी तक पहुंच चुका है. इसके बाद कर्नाटक और केरल का नंबर है.
खरीफ फसलों को मिलेगा संजीवनी
अभी तक खरीफ सीजन में 1.5 लाख हेक्टेयर जमीन पर अतिरिक्त बुआई हो चुकी है, जो किसानों की उम्मीदों को बल दे रही है. धान, मक्का, सोयाबीन जैसी फसलें इस वक्त भरपूर नमी की मांग करती हैं, और जलाशयों में बढ़ते जलस्तर के चलते अब किसानों को सिंचाई की ज्यादा चिंता नहीं करनी पड़ेगी.
मॉनसून की कमी अब केवल 5 फीसदी
मौसम विभाग के अनुसार, जून की शुरुआत में जहां मॉनसून में 30 फीसदी से ज्यादा की कमी देखी जा रही थी, वहीं अब यह घटकर सिर्फ 5 फीसदी रह गई है. अगले सप्ताह मध्य और पूर्वी भारत में और बेहतर बारिश के आसार हैं, जिससे जलस्तर और भी सुधर सकता है.