मक्के की खेती को बढ़ावा देने के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू, किसानों को फ्री में मिलेंगे 17500 रुपये

संगरूर जिले में खरीफ 2025 के लिए धान की जगह मक्का की खेती को बढ़ावा देने के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू हुआ है. किसानों को 17,500 रुपये प्रति हेक्टेयर प्रोत्साहन और 2,400 रुपये प्रति क्विंटल खरीद दर मिलेगी.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 26 Jun, 2025 | 08:42 AM

इस खरीफ सीजन में पंजाब के संगरूर जिले में धान की जगह मक्के की खेती को बढ़ावा देने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है. इस योजना के तहत 2,000 हेक्टेयर में मक्का बोने का लक्ष्य रखा गया है. पिछले साल 2024 में जिले में सिर्फ 59 हेक्टेयर में ही मक्का बोया गया था, लेकिन इस साल 23 जून तक 1,372 किसानों ने 1,368 हेक्टेयर में मक्का बोने की सहमति दे दी है. खास बात यह है कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत किसानों को प्रति हेक्टेयर 17,500 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.

द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के  मुताबिक, किसानों द्वारा मक्के की बुवाई की पुष्टि का काम जिला कृषि कार्यालय द्वारा 15 जुलाई के बाद शुरू होने की संभावना है. यह सत्यापन दो बार किया जाएगा. कृषि विभाग के अधिकारियों को उम्मीद है कि इस बार 2,000 हेक्टेयर का लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा, क्योंकि आने वाले दिनों में और भी किसान इसमें भाग ले सकते हैं. इसके लिए कृषि विभाग की टीमें गांव-गांव जाकर किसानों को मक्का बोने के लिए प्रेरित कर रही हैं.

2,000 हेक्टेयर का लक्ष्य दिया गया

जानकारी के अनुसार, खरीफ सीजन 2024 में किसानों ने संगरूर जिले में केवल 59 हेक्टेयर में मक्का बोया था, जिसमें भवानीगढ़ ब्लॉक में 36 हेक्टेयर, सुनाम में 12, संगरूर में 8, लहर में 2 और धीरबा में 1 हेक्टेयर शामिल था. लेकिन इस साल फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने धान की जगह मक्का की खेती को बढ़ावा देने के लिए 10,000 हेक्टेयर में पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है. इसमें संगरूर जिले को 2,000 हेक्टेयर का लक्ष्य दिया गया है.

410 किसान करेंगे मक्के की खेती

अधिकारियों का कहना है कि इस बार सुनाम ब्लॉक में 410 किसानों ने, संगरूर में 335, धूरी में 280, भवानीगढ़ में 185 और लहर ब्लॉक में 162 किसानों ने धान की जगह मक्का बोने की सहमति दी है. कुल 1,372 किसानों ने अब तक भागीदारी की है. उन्होंने कहा कि मक्का की खेती बड़े स्तर पर किसानों के लिए फायदेमंद होगी, क्योंकि मक्के से बनने वाले एथनॉल की औद्योगिक मांग लगातार बढ़ रही है.

17,500 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी

खास बात यह है कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत किसानों को प्रति हेक्टेयर 17,500 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. साथ ही, उनकी मक्का फसल की खरीद 2,400 प्रति क्विंटल की दर से सुनिश्चित की जाएगी. उन्होंने कहा कि यह लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा, जिन्होंने खरीफ सीजन 2024 में जिन खेतों में धान बोया था, इस बार उन्हीं खेतों में मक्का की बुवाई की है.

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Published: 26 Jun, 2025 | 08:38 AM

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