जुलाई का महीना शुरू होते ही देशभर में मानसून ने अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया है. कहीं यह ठंडक और राहत लेकर आया है, तो कहीं इसका कहर आम जनजीवन पर भारी पड़ने लगा है. दिल्ली से लेकर झारखंड, हिमाचल से लेकर महाराष्ट्र तक बादल अब तेजी से बरसने लगे हैं.
कुछ राज्यों में जहां लोगों को तपती गर्मी से राहत मिली है, वहीं कई जगह भारी बादल फटने, बारिश, बाढ़ और भूस्खलन जैसी आपदाएं सिर उठाने लगी हैं. मौसम विभाग ने लगातार अगले कुछ दिनों के लिए कई राज्यों में येलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किए हैं. ऐसे में जरूरी हो गया है कि हम जानें, देश के किन हिस्सों में बारिश वरदान बनी है और कहां यह मुसीबत बनकर टूट रही है.
दिल्ली-एनसीआर में राहत की फुहारें, येलो अलर्ट जारी
दिल्लीवालों के लिए जुलाई की शुरुआत कुछ सुकून भरी खबर लेकर आई है. जून में देरी से पहुंचा मानसून अब राजधानी में रफ्तार पकड़ने लगा है. शुक्रवार को राजधानी के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हुई, जिससे उमस भरे मौसम से राहत मिली. मौसम विभाग ने शनिवार और रविवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसका मतलब है कि दिल्ली और एनसीआर में अगले 48 घंटों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.
जुलाई वैसे भी दिल्ली के लिए बारिश का सबसे अहम महीना माना जाता है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि इस वीकेंड पर मानसून एक्सप्रेस जोर पकड़ लेगा और तापमान में भी कुछ गिरावट दर्ज होगी.
उत्तर प्रदेश में फिर एक्टिव हुआ मानसून
उत्तर प्रदेश में दो दिनों की सुस्ती के बाद मानसून ने फिर से रफ्तार पकड़ ली है. शनिवार से मौसम में बदलाव देखा गया और दक्षिणी यूपी के साथ-साथ तराई इलाकों में बारिश की शुरुआत हो गई. मौसम विभाग ने आज 12 जिलों के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. प्रयागराज, चित्रकूट, ललितपुर, मिर्जापुर, बहराइच, लखीमपुर जैसे इलाकों में गरज-चमक और आकाशीय बिजली गिरने की आशंका जताई गई है.
मानसूनी ट्रफ लाइन के उत्तर की ओर खिसकने से रविवार को मेरठ मंडल सहित पश्चिमी और मध्य यूपी में भी बारिश का असर देखने को मिलेगा. कुछ इलाकों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिससे साफ है कि लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है.
मध्य प्रदेश में बाढ़ की आशंका, नदी-नाले उफान पर
मध्य प्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है. बीते कुछ दिनों से प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में तेज बारिश हो रही है, जिससे नदी-नाले उफान पर आ गए हैं. खासकर तटीय क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. मौसम विभाग ने 5 से 8 जुलाई तक के लिए भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.
राजधानी भोपाल समेत जबलपुर, सागर, रीवा, होशंगाबाद और ग्वालियर संभाग में जलभराव और यातायात प्रभावित होने की खबरें सामने आ रही हैं. प्रशासन ने लोगों को सावधानी बरतने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है.
राजस्थान में मानसून का जोरदार आगाज
राजस्थान में मानसून ने जोरदार दस्तक दी है. बीते 24 घंटों में पोकरण, जैसलमेर जैसे इलाकों में 128 मिमी तक बारिश दर्ज की गई है, जिससे कई जगह जलभराव की स्थिति बन गई है. मौसम विभाग ने कोटा, उदयपुर, अजमेर और जयपुर संभाग के लिए अगले तीन-चार दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है.
जयपुर, टोंक और दौसा जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. तेज गर्जना, वज्रपात और भारी बारिश की आशंका के चलते प्रशासन सतर्क है और लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है.
हिमाचल में रेड अलर्ट, भूस्खलन का खतरा बढ़ा
पहाड़ों में रहने वालों के लिए जुलाई एक बार फिर चुनौती लेकर आई है. हिमाचल प्रदेश में मानसून ने भयावह रूप ले लिया है. मौसम विभाग ने मंडी, कांगड़ा और सिरमौर जिलों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. पिछले सप्ताह मंडी और आसपास के इलाकों में हुई बारिश ने जिस तरह से तबाही मचाई थी, वैसा ही खतरा फिर मंडरा रहा है.
शिमला, चंबा, कुल्लू, सोलन और बिलासपुर जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. भूस्खलन और सड़कों के टूटने की घटनाओं से जनजीवन प्रभावित हो सकता है.
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा प्रभावित
उत्तराखंड में भी मानसून की रफ्तार तेज हो गई है और इसका सीधा असर चारधाम यात्रा पर पड़ा है. रुद्रप्रयाग और बागेश्वर जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है. केदारनाथ मार्ग पर भूस्खलन के कारण यात्रा तीन घंटे तक रोकी गई, जबकि यमुनोत्री हाईवे पिछले छह दिनों से बंद पड़ा है.
गंगोत्री और बद्रीनाथ मार्गों पर भी मलबा आने से आवाजाही प्रभावित हो रही है. देहरादून, नैनीताल, पिथौरागढ़ और चमोली में भी रुक-रुक कर तेज बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने अगल-बगल के जिलों में भी सतर्कता बरतने की सलाह दी है.
महाराष्ट्र में ऑरेंज अलर्ट, कोकण और कोल्हापुर में भारी बारिश
महाराष्ट्र में मानसून ने फिर से गति पकड़ी है. 5 जुलाई को कोकण के रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों में मूसलधार बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. सातारा और कोल्हापुर में भी तेज बारिश का अनुमान है.
मराठवाड़ा और विदर्भ में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, लेकिन बारिश की तीव्रता वहां थोड़ी कम रहेगी. मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में भी यह रुझान बना रह सकता है.
गुजरात में मूसलधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
गुजरात में इस समय मानसून का असर सबसे ज्यादा दिख रहा है. उत्तर, दक्षिण गुजरात, कच्छ और सौराष्ट्र के 11 जिलों में मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. बनासकांठा, साबरकांठा, नवसारी, वलसाड, दमन, दादरा नगर हवेली, पोरबंदर और द्वारका जैसे इलाकों में भारी बारिश के चलते सड़कों पर जलभराव हो गया है. यातायात पर असर पड़ा है और कई जगहों पर स्कूल बंद करने पड़े हैं. लोगों से अपील की गई है कि बिना जरूरत घर से बाहर न निकलें.
झारखंड में भी बारिश का दौर जारी
झारखंड में मानसून धीरे-धीरे तेज हो रहा है. राज्य के कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ बारिश हो रही है. 5 से 8 जुलाई तक गढ़वा, पलामू, लातेहार, हजारीबाग, रांची, खूंटी, सिमडेगा और पश्चिमी सिंहभूम में भारी बारिश की आशंका है. मौसम विभाग ने वज्रपात और तेज हवाओं को लेकर भी चेतावनी जारी की है. विभाग ने येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए लोगों से सतर्क रहने को कहा है.