कचरा नहीं, खजाना हैं प्याज के छिलके…ऐसे बनाएं पौधों का प्राकृतिक टॉनिक

प्याज के छिलके में फॉस्फोरस, पोटेशियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम जैसे जरूरी तत्व पाए जाते हैं. ये तत्व पौधों की जड़ों को मजबूत बनाते हैं और मिट्टी की गुणवत्ता भी बढ़ाते हैं. यही वजह है कि गर्मी में जब पौधों को ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है, प्याज के छिलकों से बना घोल उन्हें ताजगी और मजबूती देता है.

नई दिल्ली | Published: 29 Nov, 2025 | 11:14 AM

प्याज लगभग हर रसोई का जरूरी हिस्सा होता है. लेकिन इसका छिलका अक्सर कूड़े में फेंक दिया जाता है. बहुत कम लोगों को पता है कि यही छिलका पौधों के लिए बेहद उपयोगी होता है. यह न सिर्फ एक प्राकृतिक खाद बन सकता है, बल्कि गर्मियों में पौधों को मजबूती और नमी भी देता है. खास बात यह है कि इसके लिए आपको एक भी रुपए खर्च नहीं करना पड़ता.

पौधों के लिए प्राकृतिक टॉनिक

प्याज के छिलके में फॉस्फोरस, पोटेशियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम जैसे जरूरी तत्व पाए जाते हैं. ये तत्व पौधों की जड़ों को मजबूत बनाते हैं और मिट्टी की गुणवत्ता भी बढ़ाते हैं. यही वजह है कि गर्मी में जब पौधों को ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है, प्याज के छिलकों से बना घोल उन्हें ताजगी और मजबूती देता है.

कई गार्डन विशेषज्ञ बताते हैं कि यह प्राकृतिक खाद पौधों पर ठंडक बनाए रखती है. गर्मियों में जब पानी कम देने की स्थिति आती है, तब भी पौधे सूखते नहीं हैं और पूरी तरह हरे-भरे बने रहते हैं.

खाद बनाने का आसान तरीका

प्याज के छिलकों से खाद तैयार करना बेहद सरल है. पर्यावरण प्रेमी और गार्डनिंग विशेषज्ञ महेश तिवारी ने इस तकनीक को वर्षों से आजमाया है. वे बताते हैं कि सिर्फ एक गिलास पानी में प्याज के छिलके डालकर 24 घंटे के लिए रख दें. इस समय के दौरान पानी में छिलकों के पोषक तत्व घुल जाते हैं.

अगले दिन इस पानी को छानकर 1 लीटर साफ पानी में 10–20 ग्राम मिलाएं. अब यह घोल आपके पौधों के लिए तैयार है. इसे किसी भी छोटे या बड़े गमले में डाल सकते हैं. नियमित रूप से 10–15 दिन में एक बार इस घोल का उपयोग करने से पौधे तेजी से बढ़ते हैं और मिट्टी भी पोषक तत्वों से भर जाती है.

पौधों को मिलता है अतिरिक्त पोषण और सुरक्षा

प्याज छिलका घोल सिर्फ खाद का काम ही नहीं करता बल्कि एक प्राकृतिक सुरक्षा कवच भी बन जाता है. कई बार गर्मी में पौधों के पत्ते जलने लगते हैं या मिट्टी बहुत जल्दी सूख जाती है. प्याज छिलके का रस इन समस्याओं को काफी हद तक कम कर देता है. इससे पौधों की जड़ें हाइड्रेटेड रहती हैं और पत्तों की चमक भी बढ़ती है. इसके अलावा, यह घोल कीड़ों से भी सुरक्षा प्रदान कर सकता है. पौधों पर छिड़काव करने से कई प्रकार के छोटे कीड़े दूर रहते हैं.

एक काम जिसका फायदा सालों तक मिलता है

महेश तिवारी ने इस प्रयोग की शुरुआत 2015 में की थी. उन्होंने साधारण पानी वाले पौधों और प्याज छिलका घोल वाले पौधों की तुलना की तो बड़ा अंतर देखा. प्याज छिलका घोल वाले पौधे ज्यादा हरे-भरे और मजबूत दिखाई दिए. आज उनके पड़ोसी, छात्र और कई गार्डनिंग प्रेमी भी इस तकनीक का उपयोग कर रहे हैं.

यह तरीका बिल्कुल फ्री है, किसी भी रसायन का उपयोग नहीं होता और पौधों की सेहत में तुरंत सुधार नजर आता है. खासकर किचन गार्डन वाले लोग इसे जरूर अपनाएं क्योंकि इससे सब्जियों वाले पौधों को बेहतरीन पोषण मिलता है.

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