नारियल के छिलकों को फेंकें नहीं, बनाएं इससे पौधों के लिए प्राकृतिक खाद

इस खाद में नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम, जिंक और कॉपर अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं, जो पौधों की ग्रोथ और फूलों की बढ़वार में मदद करते हैं.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 28 Aug, 2025 | 03:24 PM

नारियल सिर्फ खाने-पीने या पूजा-पाठ में ही काम नहीं आता, बल्कि इसके छिलके भी आपके पौधों के लिए बहुमूल्य जैविक खाद बन सकते हैं. यह बिल्कुल फ्री में उपलब्ध सामग्री है और पौधों की सेहत और मिट्टी की गुणवत्ता दोनों के लिए बेहद फायदेमंद है. अगर आप अपने बगीचे या घर के पौधों को हरा-भरा और मजबूत बनाना चाहते हैं, तो नारियल के छिलके से बनी इस खाद को अपनाना एक शानदार तरीका है.

नारियल के छिलके से खाद के फायदे

पौधों को पोषण- इस खाद में नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम, जिंक और कॉपर अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं, जो पौधों की ग्रोथ और फूलों की बढ़वार में मदद करते हैं.

मिट्टी को भुरभुरा बनाए- यह खाद मिट्टी को हल्का और हवादार बनाती है, जिससे जड़ों को पर्याप्त ऑक्सीजन मिलती है.

कीट और रसायनों से सुरक्षा- बाजार की केमिकल खाद की बजाय यह पूरी तरह शुद्ध देसी खाद है, जिससे पौधों को कोई नुकसान नहीं होता.

फ्री में उपलब्ध- नारियल के छिलके को फेंकने की बजाय इसका इस्तेमाल करके आप बिल्कुल मुफ्त में पौधों के लिए जैविक खाद बना सकते हैं.

नारियल के छिलके से खाद बनाने का तरीका

छिलके इकट्ठा करें

सबसे पहले सूखे नारियल के छिलके इकट्ठा करें. कोशिश करें कि छिलके पूरी तरह सूखे हों, क्योंकि गीले या सड़े हुए छिलके सही से कंपोस्ट नहीं बनेंगे. अगर आपके पास ताजा नारियल हैं, तो उनका छिलका निकालकर कुछ दिनों के लिए धूप में सुखा लें.

छिलके पीसना

सुखे नारियल के छिलकों को मिक्सर, ग्राइंडर या किसी अन्य पिसाई उपकरण से बारीक पीस लें. जितने अधिक सूखे और छोटे टुकड़े होंगे, उतनी जल्दी यह खाद में बदलेंगे. आप चाहें तो हाथ से भी छिलकों को छोटे टुकड़ों में तोड़ सकते हैं, लेकिन मशीन से पिसना तेज और आसान तरीका है.

पानी में भिगोना

पीसे हुए छिलकों को किसी बड़े बर्तन में पानी में डालकर 24-48 घंटे के लिए भिगो दें. इस प्रक्रिया से छिलके नरम हो जाते हैं और इसमें माइक्रोबियल क्रिया शुरू हो जाती है, जिससे यह जल्दी कंपोस्ट बनता है. आप चाहें तो इसमें थोड़ी गोबर की खली या वर्मी कंपोस्ट मिलाकर भी पोषक तत्व बढ़ा सकते हैं.

धूप में सुखाना

जब मिश्रण गाढ़ा और काला हो जाए, तो इसे धूप में फैलाकर सुखाएं. यह कदम जरूरी है ताकि अतिरिक्त नमी खत्म हो जाए और खाद लंबे समय तक सुरक्षित रहे. रोजाना हल्की कटाई या पलटाई करते रहें, ताकि यहरूप सुख सके.

बड़े रेशों को अलग करना

सुखने के बाद, अगर बड़े रेशे या मोटे टुकड़े बच गए हैं, तो उन्हें छान लें. इससे आपकी खाद बारीक और पौधों के लिए आसानी से उपयोगी हो जाएगी.

इस्तेमाल

अब आपकी देसी जैविक खाद तैयार है. इसे अपने पौधों के चारों ओर डालें. गमले के पौधों में इसे मिट्टी में मिला सकते हैं, और बगीचे में सीधे मिट्टी पर फैला सकते हैं. नियमित उपयोग से पौधे हरे-भरे, स्वस्थ और फूलों से भरपूर होंगे.

टिप्स और सुझाव

  • पौधों को समय-समय पर इस खाद की थोड़ी मात्रा दें, ताकि मिट्टी की गुणवत्ता बनी रहे.
  • बड़ी मात्रा में खाद तैयार करके आप इसे लंबे समय तक इस्तेमाल कर सकते हैं.
  • गमले या बगीचे के पौधों दोनों में इसे इस्तेमाल किया जा सकता है.

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