बाजार में 200 रुपये किलो बिकता ये फल, एक बार पेड़ लगाएं और 50 साल तक कमाएं मुनाफा
एक एकड़ में रोज एप्पल के 200-300 पेड़ लगाए जा सकते हैं. हर पेड़ से औसतन 150-300 किलो फल मिलता है. यदि बाजार मूल्य 200 रुपये प्रति किलो मान लें तो एक एकड़ से सालाना 6 लाख से 12 लाख रुपये तक की आमदनी संभव है.
भारत में फल की खेती हमेशा से किसानों के लिए लाभकारी रही है, लेकिन कुछ ऐसे फल हैं जिनकी मांग बाजार में बेहद अधिक होती है और जो कम निवेश में अच्छा मुनाफा दिला सकते हैं. ऐसा ही एक फल है रोज एप्पल, जिसे कुछ लोग वाटर एप्पल या गुलाब सेब भी कहते हैं. यह फल न केवल स्वादिष्ट और पोषक है, बल्कि इसकी खेती लंबे समय तक स्थिर आय का जरिया भी बन सकती है.
रोज एप्पल की खासियत
रोज एप्पल दिखने में गुलाबी-लाल रंग का और स्वाद में मीठा होता है. इसके फल पानी से भरपूर होते हैं और गर्मियों में इसका अधिक सेवन किया जाता है. यही कारण है कि इसका मूल्य बाजार में 150 से 200 रुपये प्रति किलो तक रहता है. एक परिपक्व रोज एप्पल का पेड़ 150-300 किलो फल देता है और यह पौधा 20-30 साल तक फल देता रहता है, जिससे किसानों को कई वर्षों तक स्थिर आय मिलती है.
रोज एप्पल की खेती की तैयारी
जलवायु और तापमान
रोज एप्पल उष्णकटिबंधीय जलवायु में अच्छी तरह उगता है. इसके लिए 15 से 38 डिग्री सेल्सियस तापमान और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी आवश्यक होती है.
पौध तैयार करना
पौध नर्सरी में तैयार किया जाता है और 6-12 महीने बाद खेत में रोपाई की जाती है.
मिट्टी और खाद
मिट्टी उपजाऊ और अच्छी जल निकासी वाली होनी चाहिए. जैविक खाद जैसे गोबर की खाद और कम्पोस्ट का उपयोग करना लाभकारी है. रासायनिक खाद की मात्रा नियंत्रित रखें ताकि फल प्राकृतिक और स्वास्थ्यवर्धक बने.
सिंचाई और देखभाल
शुरुआती समय में नियमित पानी देना आवश्यक है. कटाई-छंटाई और रोग-पतंग नियंत्रण भी महत्वपूर्ण है.
पैदावार और आर्थिक लाभ
एक एकड़ में रोज एप्पल के 200-300 पेड़ लगाए जा सकते हैं. हर पेड़ से औसतन 150-300 किलो फल मिलता है. यदि बाजार मूल्य 200 रुपये प्रति किलो मान लें तो एक एकड़ से सालाना 6 लाख से 12 लाख रुपये तक की आमदनी संभव है.
स्वास्थ्य लाभ और बाजार में मांग
रोज एप्पल पानी से भरपूर होने के कारण शरीर को ठंडक प्रदान करता है और यह पाचन के लिए भी फायदेमंद माना जाता है. इसके मीठे स्वाद और पोषक तत्वों के कारण यह बच्चों और बड़ों दोनों में लोकप्रिय है. गर्मियों में इसकी मांग बढ़ जाती है, जिससे किसान को सीधे और अच्छा मूल्य मिलता है.
रोपाई से पैदावार तक का समय
रोज एप्पल के पौध को 3-4 साल में परिपक्व माना जाता है और फिर यह लगातार फल देने लगता है. इसलिए शुरुआती निवेश के बाद किसान कई वर्षों तक स्थिर आय का आनंद ले सकता है.