Home Gardening Tips: इनडोर गार्डनिंग का मतलब होता है घर के अंदर पौधे उगाना. ये पौधे न केवल घर को सुंदर बनाते हैं, बल्कि हवा को भी साफ करते हैं. अगर आप भी अपने घर और ऑफिस में हरियाली बनाए रखना चाहते हैं, तो जीजी प्लांट एक भरोसेमंद विकल्प बन सकता है. यह पौधा अपनी चमकदार पत्तियों और मजबूत बनावट के कारण न सिर्फ सुंदर दिखता है, बल्कि लंबे समय तक टिकाऊ भी रहता है.
अब घरों के अंदर पौधे लगाने का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है. विशेषज्ञों के अनुसार इनडोर गार्डनिंग न केवल घर की सुंदरता बढ़ाते हैं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य और हवा की गुणवत्ता में भी सुधार करती है. अगर आप भी अपने घर और ऑफिस में हरियाली बनाए रखना चाहते हैं, तो जीजी प्लांट एक भरोसेमंद विकल्प बन सकता है. यह पौधा अपनी चमकदार पत्तियों और मजबूत बनावट के कारण न सिर्फ सुंदर दिखता है, बल्कि लंबे समय तक हरा-भरा रहता है. यही वजह है कि इनडोर गार्डनिंग के शौकीनों के बीच इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ती जा रही है.
इनडोर वातावरण के लिए उपयुक्त
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जीजी प्लांट पूरी तरह से इनडोर वातावरण के अनुकूल होता है. आम भाषा में इसे ऑक्सीजन प्लांट भी कहा जाता है. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे किसी खास मेंटनेंस की जरूरत नहीं होती.
हफ्ते में सिर्फ दो-तीन बार पानी
जीजी प्लांट को सप्ताह में केवल दो या तीन बार पानी देना पर्याप्त होता है. यही वजह है कि व्यस्त दिनचर्या वाले लोग भी इसे आसानी से अपने घर या ऑफिस में लगा सकते हैं.
आलू जैसा होता है पौधे का कंद
जीजी प्लांट का कंद आलू की तरह होता है, जो धीरे-धीरे फैलता है और पूरे गमले को भर देता है. कंद से निकलने वाली पत्तियां पौधे को घना और आकर्षक बनाती हैं. जितने बड़े आकार के गमले में इसे लगाया जाए, पौधा उतना ही घना होता है.
तेजी से बढ़ने वाला पौधा
जीजी प्लांट फास्ट ग्रोथ वाला पौधा है. अगर इसे 12 इंच के गमले में लगाया जाए, तो करीब एक साल के भीतर पूरा गमला भर जाता है और पौधा सुंदर रूप ले लेता है.
ज्यादा पानी से बचें
जीजी प्लांट की देखभाल को लेकर खास सतर्कता बरतनी होती है. इसमें ज्यादा पानी देना नुकसानदायक हो सकता है. अधिक पानी से पौधा गलने लगता है. यह पौधा इनडोर के लिए आदर्श है, लेकिन अगर इसे बाहर रखा जाए तो छायादार जगह चुनें और बारिश के पानी से बचाएं.
हल्की और जल निकास वाली मिट्टी जरूरी
मिट्टी के चयन को लेकर उन्होंने बताया कि जीजी प्लांट के लिए हल्की और पानी निकास वाली मिट्टी सबसे उपयुक्त रहती है. भारी मिट्टी में इसका विकास प्रभावित होता है. काली मिट्टी में वर्मी कम्पोस्ट और कोकोपीट मिलाकर मिट्टी तैयार की जा सकती है.
खाद की नहीं पड़ती जरूरत
इस पौधे की एक बड़ी खासियत यह भी है कि इसे किसी भी प्रकार की खाद देने की जरूरत नहीं पड़ती. सही मिट्टी और सीमित पानी से ही यह पौधा अच्छे से बढ़ता रहता है.
कम कीमत में आसानी से उपलब्ध
बाजार में जीजी प्लांट 200 से 250 रुपये के बीच आसानी से मिल जाता है. कम खर्च और कम देखभाल में सालभर हरियाली देने वाला यह पौधा इनडोर गार्डनिंग को आसान और आकर्षक बना रहा है.