ऑयल पाम इंडिया को मिली धान खरीद की जिम्मेदारी, सप्लाईको ने क्वालिटी पर उठाया था सवाल

केरल सरकार ने कुट्टनाड के किसानों से धान खरीदने की जिम्मेदारी ऑयल पाम इंडिया को सौंपी है, क्योंकि राइस मिलों ने गुणवत्ता के कारण खरीदने से इनकार कर दिया था. किसानों को 28.20 रुपये किलो की दर से भुगतान मिलेगा.

वेंकटेश कुमार
नोएडा | Published: 10 May, 2025 | 10:33 AM

केरल के कुट्टनाड क्षेत्र के धान उत्पादक किसानों के लिए खुशखबरी है. अब वे अपनी फसल आसानी से बेच सकेंगे. क्योंकि राज्य सरकार ने कुट्टनाड क्षेत्र के पोल्डरों (बांध से घिरे खेतों) से धान खरीदने के लिए ऑयल पाम इंडिया को जिम्मेदारी सौंपी है. यह फैसला तब लिया गया जब कई राइस मिलों ने धान की गुणवत्ता खराब होने का हवाला देते हुए वहां से धान खरीदने से इनकार कर दिया. कृषि मंत्री पी प्रसाद ने कहा कि कुट्टनाड इलाके में जिन किसानों की फसल अब तक नहीं खरीदी गई थी, उसे अब ऑयल पाम इंडिया खरीदेगी. पहले जिन राइस मिलों का केरल स्टेट सिविल सप्लाइज कॉरपोरेशन (सप्लाईको) से करार था, उन्होंने धान की गुणवत्ता को लेकर फसल लेने से मना कर दिया था.

द  हिन्दू की रिपोर्ट के मुताबिक, सप्लाईको राज्य में उगाए गए धान की खरीद के लिए जिम्मेदार होता है. आमतौर पर राइस मिलें धान खरीदकर उसे चावल में प्रोसेस करती हैं और फिर सप्लाईको को लौटाती हैं. लेकिन इस बार कुट्टनाड के कुछ क्षेत्रों में धान की खरीद को लेकर मिलों ने रुचि नहीं दिखाई. ऑयल पाम इंडिया को धान खरीदने की जिम्मेदारी एक उच्चस्तरीय बैठक में दी गई, जिसमें कृषि मंत्री पी प्रसाद के साथ खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री जीआर अनिल, वित्त मंत्री केएन बालगोपाल, सहकारिता मंत्री वीएन वासवन, मत्स्य मंत्री साजी चेरियन और बिजली मंत्री के कृष्णनकुट्टी शामिल हुए. यह बैठक मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के निर्देश पर बुलाई गई थी.

90,000 टन से ज्यादा धान खरीद

बैठक में यह भी तय हुआ कि अलेप्पी (अलप्पुझा) जिले के प्रमुख कृषि अधिकारी यह आकलन करेंगे कि खारे पानी के खेतों में घुसने से कितनी फसल को नुकसान हुआ है और किसानों को कितना मुआवजा मिलना चाहिए. इसके साथ ही गर्मी की लहर (हीटवेव) से हुई फसल क्षति के लिए बीमा कवर सुनिश्चित करने का फैसला भी लिया गया. इस बार जिले में करीब 600 पोल्डरों में किसानों ने धान की खेती की है, जो लगभग 27,000 हेक्टेयर में फैली हुई है और इनमें से ज्यादातर कुट्टनाड क्षेत्र में हैं. कुछ समस्याओं के बावजूद, ‘पुञ्चा’ सीजन में अब तक सप्लाईको ने अलेप्पी जिले के किसानों से 90,000 टन से ज्यादा धान खरीद लिया है.

सरकार देती है 5.20 रुपये का बोनस

धान की खरीद किसानों द्वारा की गई ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के आधार पर की जा रही है. एजेंसी किसानों से धान 28.20 रुपये प्रति किलो की दर से खरीद रही है, जिसमें केंद्र सरकार का 23 रुपये का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) और राज्य सरकार का 5.20 रुपये का बोनस शामिल है. सप्लाईको के आकलन के मुताबिक, ‘पुञ्चा’ सीजन में अलेप्पी जिले से लगभग 1,28,357.94 टन धान की खरीद होने की संभावना है. यह खरीद प्रक्रिया मई के अंत तक जारी रहने की उम्मीद है.

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