Wheat Procurement: हरियाणा की मंडियों में इस साल रिकॉर्ड तोड़ गेहूं की खरीद जारी है. 2 मई को ही गेहूं की खरीद पिछले साल के मुकाबले 3.22 लाख टन ज्यादा हो गई. आंकड़ों के मुताबिक, इस साल 2 मई तक राज्य की मंडियों से 68.44 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 65.22 लाख टन गेहूं खरीदा गया था. हालांकि, इस रबी सीजन में भी गेहूं की सरकारी खरीद 1 अप्रैल से शुरू हुई थी.
इस साल जिला वार रिपोर्ट के अनुसार, अब तक करनाल में सबसे ज्यादा 7.81 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है. इसके बाद कैथल में 6.93 लाख टन, जींद में 6.77 लाख टन और फतेहाबाद में 5.89 लाख टन खरीद हुई. रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य के खरीद केंद्रों पर अब तक खरीदी गई फसल में से 79.75 फीसदी यानी 55.72 लाख टन गेहूं का उठान हो चुका है. जबकि कुल 69.95 लाख टन गेहूं मंडियों में पहुंच चुका है.
75 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य
हरियाणा ने इस साल करीब 116.24 लाख टन गेहूं उत्पादन में से 75 लाख टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य तय किया है. राज्य में गेहूं की बुवाई 24.63 लाख हेक्टेयर में की गई थी. अब जबकि गेहूं खरीद का काम अंतिम चरण में है. फसल की कटाई भी लगभग पूरी हो चुकी है. अंबाला के कृषि उपनिदेशक जसविंदर सैनी ने कहा कि उनके क्षेत्र में लगभग 95 फीसदी गेहूं की कटाई पूरी हो चुकी है. इसी तरह, हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने भी अप्रैल के आखिरी हफ्ते तक सभी जिलों में बड़े स्तर पर फसल कटाई प्रयोग (CCE) कराया, ताकि गेहूं की औसत उत्पादकता का आकलन किया जा सके.
पैदावार में बढ़ोतरी
करनाल के कृषि उपनिदेशक वजीर सिंह ने कहा कि हालांकि अंतिम रिपोर्ट इस महीने के अंत में आएगी, लेकिन शुरुआती आंकड़ों के अनुसार इस बार गेहूं की औसत पैदावार करीब 24 क्विंटल प्रति एकड़ रही है, जो पिछले साल के मुकाबले लगभग 1 क्विंटल ज्यादा है. उन्होंने कहा कि विभाग ने करनाल जिले के अलग-अलग गांवों में करीब 1,700 गेहूं के खेतों में यह सर्वे किया.
देश में बढ़ेगा गेहूं का कुल उत्पादन
इसके अलावा, करनाल स्थित ICAR-भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान (IIWBR) के विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार देश में गेहूं का कुल उत्पादन बढ़ेगा. इसका कारण मौसम का अनुकूल रहना और उच्च उत्पादन देने वाली बीज किस्मों का इस्तेमाल है, जिससे गेहूं की गुणवत्ता भी बेहतर हुई है. पिछले महीने IIWBR के दौरे के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी उम्मीद जताई थी कि जलवायु परिवर्तन और तापमान बढ़ने के बावजूद इस बार देश में रिकॉर्ड गेहूं उत्पादन हो सकता है.