Fertilizer Raid: किसानों की मेहनत को नुकसान पहुंचाने वाले नकली खाद माफिया पर राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कड़ा कदम उठाया. गजनेर थाना क्षेत्र के गंगापुर में मंत्री ने खुद छापा मारकर डीएपी खाद फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया और करीब 24 हजार बैग नकली डीएपी खाद, बीज और कच्चा माल जब्त किया. इस कार्रवाई से किसानों की जमीन और फसल की सुरक्षा को लेकर राहत की भावना बनी है.
कृषि मंत्री ने कहा कि इन नकली खादों में मिलाए जाने वाले रसायन किसानों की जमीन बंजर बना रहे हैं. यह सीधे तौर पर किसानों की मेहनत और आय को प्रभावित कर रहा है. मंत्री ने अधिकारियों से पूछा कि इतने बड़े प्लांट का संचालन बिना किसी रोक-टोक के कैसे संभव हुआ और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
जांच में आया बड़ा खुलासा
जांच में सामने आया कि अजमेर किशनगढ़ में हुई पिछली छापेमारी के दौरान इस फैक्ट्री की जानकारी मिली थी. गुजरात की नामी कंपनियों के बैगों में नकली डीएपी खाद भरकर राजस्थान और अन्य जिलों में सप्लाई की जा रही थी. अधिकारियों ने बताया कि अब तक करीब 90 प्रतिशत गड़बड़ी पकड़ में आ चुकी है, लेकिन कई जगहों पर मिलावट का खेल अभी भी जारी है.
फैक्ट्री और कच्चे माल की जांच
छापे के दौरान मंत्री और अधिकारियों ने फैक्ट्री में मौजूद कच्चे माल और तैयार खाद की गुणवत्ता की भी जांच की. मंत्री ने कहा कि इस तरह की गैरकानूनी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और दोषियों को तुरंत सजा दिलाना प्राथमिकता होगी. उन्होंने यह भी कहा कि किसान देश की रीढ़ हैं और उनकी मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.
भविष्य की तैयारी और किसानों के लिए चेतावनी
कृषि विभाग के अधिकारी अब सभी खाद उत्पादक फैक्ट्रियों की नियमित जांच करेंगे. साथ ही किसानों को चेतावनी दी गई है कि वे केवल प्रमाणित और भरोसेमंद स्रोतों से ही खाद और बीज खरीदें. विशेषज्ञों का कहना है कि नकली खाद से मिट्टी की उपजाऊ क्षमता घटती है और लंबी अवधि में फसल प्रभावित होती है, जिससे किसान को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है.
किसानों में मिली राहत
इस कार्रवाई के बाद किसानों में राहत की भावना है. अब उम्मीद की जा रही है कि सरकार अन्य जिलों में भी ऐसी फैक्ट्रियों की जांच तेज करेगी और नकली खाद के कारोबार पर पूरी तरह से नियंत्रण किया जाएगा. यह कदम किसानों की सुरक्षा और उनकी मेहनत की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है.