खाद की कालाबाजारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई, 426 दुकानों को कारण बताओ नोटिस.. 25 लाइसेंस रद्द

ओडिशा सरकार ने किसानों को तय दामों पर खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सख्त निगरानी शुरू की है. अब तक 1,993 दुकानों की जांच हुई है. कालाबाजारी, जमाखोरी और नैनो-फर्टिलाइजर की जबरन बिक्री पर कार्रवाई जारी है.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 18 Jul, 2025 | 05:57 PM

Fertilizer Black Marketing: ओडिशा सरकार ने किसानों को तय दामों पर खाद की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए डीलरों और रिटेलरों के यहां स्टॉक की जांच तेज कर दी है. कृषि विभाग ने अब तक 1,993 खुदरा दुकानों पर अचानक जांच की है. इसमें नियमों के उल्लंघन पर 426 दुकानदारों को कारण बताओ नोटिस दिया गया है और 8 दुकानदारों की बिक्री पर रोक लगाई गई है. वहीं, 25 डीलरों के लाइसेंस रद्द या निलंबित किए गए हैं

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते दिनों बरगढ़ जिले में डीएपी, यूरिया और सिंगल सुपर फॉस्फेट जैसे खादों की किल्लत, कालाबाजारी और जमाखोरी की बात सामने आई थी. इस पर कृषि मंत्री केवी सिंह देव ने तुरंत विभाग को निर्देश दिया कि जो डीलर और व्यापारी जानबूझकर खाद की किल्लत बनाकर दाम बढ़ा रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. वहीं, कुछ डीलर किसानों पर जबरन नैनो-फर्टिलाइजर खरीदने का दबाव बना रहे थे. इस पर कृषि विभाग ने IFFCO अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि ऐसा न किया जाए.

उर्वरक डीलरों और थोक विक्रेताओं की दुकानों की जांच

कृषि मंत्री केवी सिंह देव ने कहा कि किसानों को उर्वरक चुनने की पूरी आजादी है, उन पर कोई दबाव नहीं डाला जा सकता. MARKFED अधिकारियों को भी इस दिशा में जरूरी कदम उठाने को कहा गया है. कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य भर में उर्वरक डीलरों और थोक विक्रेताओं की दुकानों पर अचानक जांच की जा रही है, ताकि किसानों के हितों की रक्षा की जा सके और किसी भी गैरकानूनी गतिविधि को रोका जा सके. उन्होंने कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य यह है कि किसानों को तय कीमत पर सही समय और सही जगह पर अच्छी गुणवत्ता का खाद मिले.

6.82 लाख टन खाद मिलने की उम्मीद

उन्होंने कहा कि कालाबाजारी, जमाखोरी और नकली खाद की बिक्री पर रोक लगाने के लिए जिले और ब्लॉक स्तर पर विशेष निगरानी टीमें बनाई गई हैं. हालांकि, राज्य में उर्वरकों का पर्याप्त भंडार मौजूद है. जुलाई के अंत तक राज्य को कुल 6.82 लाख टन खाद मिलने की उम्मीद है, जिसमें से 5 लाख टन पहले ही प्राप्त हो चुका है. इसके अलावा, राज्य ने 1 अप्रैल 2025 से पहले ही 2.94 लाख टन खाद का स्टॉक तैयार कर लिया था. इस तरह कुल उपलब्धता 7.94 लाख टन हो गई है. अब तक करीब 3.65 लाख टन विभिन्न किस्मों के उर्वरक किसानों को बेचे जा चुके हैं. अधिकारियों के मुताबिक, फिलहाल राज्य के अलग-अलग जिलों में करीब 4.24 लाख टन खाद मौजूद है.

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Published: 18 Jul, 2025 | 05:54 PM

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