गुलाब के पौधों में नहीं आ रहे फूल? जानिए कैसे लौटेगी फिर से बहार
गुलाब की सही तरीके से कटाई-छंटाई करने से उसमें नए फूल और शाखाएं आती हैं. लेकिन अगर इसे गलत समय या गलत तरीके से काट दिया जाए, तो पौधा कमजोर हो सकता है और उसमें फूल आने कम हो जाते हैं.
गुलाब के फूल न केवल खूबसूरत दिखते हैं, बल्कि इनकी खुशबू भी दिल को सुकून देती है. लेकिन जब यही गुलाब के पौधे धीरे-धीरे फूल देना कम कर दें, तो यह किसी भी बागवानी प्रेमी के लिए चिंता की बात बन जाती है. ऐसा अक्सर कई सामान्य कारणों से होता है, जिन्हें अगर समय रहते समझा और सुधारा जाए, तो पौधों में फिर से वही रंगत और रौनक लौट सकती है. आइए जानते हैं उन जरूरी वजहों को, जो गुलाब के फूलों की कमी का कारण बन सकती हैं.
धूप की कमी भी हो सकती है वजह
गुलाब के पौधे को अच्छी तरह फूलने-फलने के लिए दिनभर में कम से कम 6 घंटे की सीधी धूप चाहिए होती है. अगर पौधा किसी बिल्डिंग की छाया में है या उसके पास बड़े-बड़े पेड़ हैं जो धूप को रोक रहे हैं, तो फूलों की संख्या कम हो सकती है. ऐसे में जरूरी है कि या तो पौधे को ऐसे स्थान पर लगाया जाए जहां पर्याप्त धूप मिले, या आसपास के पेड़ों की छंटाई कर दी जाए.
गलत तरीके से कटाई-छंटाई करना
गुलाब की सही तरीके से कटाई-छंटाई करने से उसमें नए फूल और शाखाएं आती हैं. लेकिन अगर इसे गलत समय या गलत तरीके से काट दिया जाए, तो पौधा कमजोर हो सकता है और उसमें फूल आने कम हो जाते हैं. हर गुलाब की किस्म के हिसाब से उसका छंटाई का सही समय और तरीका होता है.
खाद की कमी
गुलाब के पौधे को भी पोषण चाहिए होता है. अगर मिट्टी में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैशियम जैसे जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो, तो पौधा कमजोर पड़ने लगता है और उसमें फूल कम लगते हैं. हर 3 से 4 हफ्ते में गुलाब के लिए बनी संतुलित जैविक या रासायनिक खाद देने से फूल आने की संभावना बढ़ जाती है.
कीट और रोग
गुलाब के पौधे अक्सर एफिड्स (चूसक कीड़े), स्पाइडर माइट्स, ब्लैक स्पॉट, पाउडरी मिल्ड्यू और रस्ट जैसी बीमारियों का शिकार हो जाते हैं. ये समस्याएं पौधे की ऊर्जा को फूल बनाने की बजाय बीमारी से लड़ने में लगा देती हैं. समय-समय पर पौधे की जांच करें और जरूरत हो तो नीम ऑयल या किसी जैविक कीटनाशक का छिड़काव करें.
मौसम की मार भी है एक वजह
अत्यधिक गर्मी, सर्दी या सूखा जैसे हालात पौधे को तनाव में डाल सकते हैं. ऐसे में वो फूल देने के बजाय अपनी ऊर्जा बचाने में लग जाता है. तेज गर्मी में पौधे को नियमित पानी दें और सर्दियों में जरूरत पड़े तो पौधे को ढककर रखें.