हिमाचल में सेब मार्केट हुआ मंदा, किसानों को नहीं मिल रही उचित कीमत..ये है वजह
हिमाचल में सेब सीजन की शुरुआत के कुछ ही दिनों में बाजार गिर गया है. खराब क्वालिटी, बीमारियों और खरीदी केंद्रों के देर से खुलने जैसे कारणों से कीमतें गिरी हैं. किसान लागत नहीं निकाल पा रहे हैं.
हिमाचल प्रदेश में सेब सीजन शुरू हुए अभी 15-20 दिन ही हुए हैं, लेकिन बाजार पहले ही गिर गया है. आमतौर पर इस समय किसानों को अच्छी कीमत मिलती है, लेकिन इस बार हालात बिल्कुल अलग हैं. रोहरू के प्रगतिशील किसान सुरेश पंजटा ने कहा कि इस बार बाजार बहुत खराब है. ज्यादातर किसान लागत निकालने में भी परेशान हैं, खासकर छोटे किसानों को बड़ा झटका लगा है.
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, कमीशन एजेंट भी मानते हैं कि इस बार सेब का बाजार काफी गिर गया है और इसकी बड़ी वजह है फल की कमजोर क्वालिटी है. भट्टाकुफर फल मंडी में आढ़ती संघ के अध्यक्ष प्रताप चौहान ने कहा कि इस बार ज्यादातर सेब में सही रंग और आकार नहीं है. फलों में फंगल बीमारियां बहुत ज्यादा फैली हैं, जिससे पेड़ों की पत्तियां समय से पहले झड़ गईं और फल ठीक से नहीं पके.
किसान कर रहे कच्चे फल की तुड़ाई
उन्होंने कहा कि पत्तियां गिरने के कारण किसान कच्चे फल तोड़कर मंडी में भेज रहे हैं. इसके अलावा मार्केट इंटरवेंशन स्कीम (MIS) के तहत खरीदी केंद्रों के देर से खुलने को भी उन्होंने कीमत गिरने की एक वजह बताया. चौहान ने कहा कि क्योंकि खरीदी केंद्र समय पर नहीं खुले, इसलिए किसान अपने खराब सेब भी मंडी में भेज रहे हैं, जिससे रेट और गिर गए हैं.
फलों की क्वालिटी खराब हो गई
सेब की कीमतें गिरने की एक और बड़ी वजह है कि इस बार राज्य के निचले इलाकों में उत्पादन सामान्य से कहीं ज्यादा हुआ है. इस बीच, रोहरू के किसान सुरेश पंजटा ने कहा कि इस सीजन में बीमारियां बहुत ज्यादा फैलीं, जिससे फलों की क्वालिटी खराब हो गई. उन्होंने कहा कि किसानों को ये जानकारी नहीं है कि किस बीमारी के लिए कौन-सी दवा इस्तेमाल करनी चाहिए. बागवानी विभाग और यूनिवर्सिटी को यह देखना चाहिए कि किसानों तक सही जानकारी सही समय पर पहुंचे.
सेब उत्पादक संघ के अध्यक्ष सोहन ठाकुर ने माना कि क्वालिटी को लेकर कुछ दिक्कतें हैं, लेकिन कमीशन एजेंट और लोडर इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश करते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि बाजार में एक पूरा नेटवर्क है जो हर मौके पर किसानों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है.
सीएम पहले ही दे चुके हैं आश्वासन
बता दें कि हाल ही में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा था कि सेब किसानों की परेशानियों को दूर करने के लिए सरकार सभी संबंधित पक्षों से बातचीत करके एक नई नीति बनाएगी. ‘सेब उत्पादक संघ’ के प्रतिनिधिमंडल ने पूर्व विधायक राकेश सिंघा की अगुवाई में मुख्यमंत्री से मुलाकात की. इस दौरान मुख्यमंत्री सुक्खू ने भरोसा दिलाया कि सेब किसानों से जुड़े मुद्दों को वे केंद्र सरकार, खासकर पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री के सामने उठाएंगे.