भगवान गणेश की पूजा में मोदक के साथ-साथ दूर्वा घास चढ़ाना भी अनिवार्य माना जाता है. ऐसा करने से पूजा का आध्यात्मिक लाभ और भी बढ़ता है. इसके साथ ही इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी होता है.
इसे घर में पूर्व या उत्तर दिशा में लगाना बेहद शुभ माना जाता है. ऐसा करने से न केवल आर्थिक स्थिति मजबूत होती है, बल्कि घर में सुख-शांति और खुशहाली बनी रहती है.
दूर्वा बेल जैसी घास है और इसे चौड़े गमले में उगाना आसान होता है. किसी भी प्रकार की मिट्टी में यह उग सकती है और कम देखभाल में भी अच्छी तरह बढ़ सकती है.
दूर्वा घास को मैदान से कटिंग लाकर गमले में लगाना सबसे आसान तरीका है. इसे बीज से भी उगाया जा सकता है, जो अंकुरित होने में 7–21 दिन का समय लेता है.
अंकुरित होने के बाद पौधे को 18–24°C तापमान और फुल सनलाइट में रखना चाहिए. रोजाना पानी देने से पौधा स्वस्थ और हरा-भरा रहता है.
दूर्वा की पत्तियां जितनी हरी और घनी होंगी, घर में उतनी ही खुशहाली, समृद्धि और तरक्की आती है. ये पौधा गणेशजी की भूख शांत करने के साथ घर की ऊर्जा भी बढ़ाता है.