Gond की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसे सर्दियों में खाया जाता है ताकि शरीर में गर्माहट बनी रहे. वहीं, गोंद कतीरा ठंडी तासीर वाला होता है, जिसे गर्मियों में लू, घबराहट और डिहाइड्रेशन से बचने के लिए सेवन किया जाता है.
Gond को घी या तेल में तलकर पिन्नी, लड्डू या अन्य मिठाइयों में मिलाया जाता है. जबकि गोंद कतीरा को पानी या दूध में रातभर भिगोकर सुबह सेवन किया जाता है, जो जैली जैसी बनावट में बदल जाता है.
Gond का सेवन प्रसव के बाद महिलाओं को ताकत देने और हड्डियों को मजबूत बनाने में किया जाता है. दूसरी ओर, गोंद कतीरा इम्यूनिटी बढ़ाने, शरीर को ठंडक देने और गर्मी के प्रभाव से बचाने में मदद करता है.
Gond Katira पूरी तरह से बेस्वाद और बिना किसी गंध का होता है, जो भिगोने पर जैली जैसा बनता है और अक्सर ड्राई फ्रूट्स या बूटी की तरह इस्तेमाल किया जाता है. गोंद में हल्का स्वाद और महक होती है और तलने पर यह कुरकुरा हो जाता है.
Gond Katira शरीर को अंदर से ठंडा करता है और पसीना, लू, और डीहाइड्रेशन जैसी समस्याओं से बचाता है. जबकि गोंद शरीर में गर्मी पैदा करता है, जिससे जोड़ों के दर्द, कमजोरी और ठंड से राहत मिलती है.
Gond Katira का शरीर को ठंडा रखता है और गर्मी से होने वाले रोगों से बचाव करना. ये इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाना है. जबकि गोंद का उपयोग ताकत, स्फूर्ति और ऊर्जा के लिए किया जाता है, खासकर ठंड में.