दिल्ली-NCR में फिर बरसेंगे बादल, राजस्थान-मध्यप्रदेश समेत इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार 3 से 5 अगस्त तक देश के कई राज्यों में फिर से तेज बारिश देखने को मिल सकती है. खासतौर पर पहाड़ी राज्य, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है.
अगस्त की शुरूआत में ही दिल्ली से लेकर मध्य प्रदेश, बिहार और पहाड़ी राज्यों तक बादल जमकर बरसे हैं. कहीं इस बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली है, तो कहीं बाढ़ और भूस्खलन ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं. वहीं, कुछ राज्यों में आज मौसम साफ रहने की उम्मीद है,जिससे लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ सकता है. तो चलिए जानते हैं देशभर में मौसम का हाल.
दिल्ली-एनसीआर में भीगती रही सड़कों की रफ्तार
दिल्ली और एनसीआर में पिछले कुछ दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश ने गर्मी से राहत तो दी है, लेकिन शहर की रफ्तार थाम दी है. कई इलाकों में पानी भरने और ट्रैफिक जाम की वजह से लोगों को दफ्तर लौटते समय परेशानी का सामना करना पड़ा. मौसम विभाग ने बताया है कि आज 2 अगस्त को भी लक्ष्मीनगर, पीतमपुरा, रोहिणी, दक्षिणी और उत्तरी दिल्ली में हल्की से मध्यम बारिश के आसार बने हुए हैं. अधिकतम तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम 25 डिग्री रहने की संभावना है.
उत्तर प्रदेश में राहत की सांस, लेकिन ज्यादा नहीं
उत्तर प्रदेश के लोग फिलहाल बारिश से राहत की सांस ले सकते हैं क्योंकि मौसम विभाग ने राज्य को ग्रीन जोन में रखा है यानी बारिश की कोई संभावना नहीं है. हालांकि उमस बढ़ने के कारण लोग पसीने से परेशान रह सकते हैं. 3 अगस्त से फिर से मौसम करवट ले सकता है और कई जिलों जैसे गोंडा, गोरखपुर, सीतापुर, बहराइच, बलिया, आजमगढ़ आदि में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है.
बिहार में फिर बढ़ीं मुश्किलें, बाढ़ जैसे हालात
बिहार में बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं. मौसम विभाग ने राज्य के अधिकांश जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. खासकर पटना, गया, मुंगेर, भागलपुर, कटिहार और पूर्णिया जैसे जिलों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है. इससे निचले इलाकों में जलभराव और ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति बनने की आशंका है.
राजस्थान और मध्य प्रदेश में बारिश का जोर
राजस्थान में इस साल जुलाई में ही रिकॉर्डतोड़ बारिश हो चुकी है, पिछले साल की तुलना में 77 फीसदी ज्यादा. 2 अगस्त को श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, झुंझुनूं, सीकर और बीकानेर जैसे जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है. वहीं मध्य प्रदेश में हालात और भी ज्यादा गंभीर हो सकते हैं. यहां भिंड, शिवपुरी, मुरैना, विदिशा, रायसेन, छतरपुर, होशंगाबाद जैसे जिलों में मूसलाधार बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. इससे गांवों में जलभराव, नदियों में उफान और आवागमन बाधित होने की आशंका है.
पहाड़ों में खतरे की घंटी, सतर्क रहने की जरूरत
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश ने पहाड़ों में जोखिम बढ़ा दिया है. हिमाचल के शिमला, सिरमौर, कुल्लू और सोलन जिलों में भारी बारिश के साथ लैंडस्लाइड का खतरा जताया गया है. उत्तराखंड के नैनीताल, बागेश्वर, चंपावत, टिहरी और देहरादून जैसे जिलों में बिजली गिरने और बादल फटने की आशंका है. पहाड़ी यात्रियों और स्थानीय लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा टालने की अपील की गई है.
गुजरात-महाराष्ट्र में बरसात बनी आफत
गुजरात और महाराष्ट्र में भी मानसून का असर तेज बना हुआ है. अहमदाबाद, वडोदरा और सूरत जैसे इलाकों में लगातार तीन दिन से बारिश हो रही है, जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया है. कई घरों में पानी घुस गया है और जनजीवन प्रभावित हो गया है. वहीं महाराष्ट्र के मुंबई, पुणे और ठाणे में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की संभावना है.
क्या आने वाले दिन और चुनौती भरे होंगे?
मौसम विभाग के अनुसार 3 से 5 अगस्त तक देश के कई राज्यों में फिर से तेज बारिश देखने को मिल सकती है. खासतौर पर पहाड़ी राज्य, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है. ऐसे में किसानों, यात्रियों और स्कूलों के लिए यह समय थोड़ा सावधानी भरा रहेगा.