बिना मिट्टी के उगाएं आलू, एयरोपोनिक फार्मिंग से होगी जबरदस्त पैदावार

एयरोपोनिक तकनीक किसानों के लिए एक वरदान साबित हो सकती है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां मिट्टी की गुणवत्ता खराब है या पानी की कमी है.

Kisan India
Noida | Published: 11 Mar, 2025 | 05:59 PM

खेती की दुनिया में वैज्ञानिक लगातार नई-नई तकनीकों का विकास कर रहे हैं, जिससे किसानों के कम मेहनत में अधिक उत्पादन और लाभ मिल रहा है. एयरोपोनिक (Aeroponic) खेती ऐसी ही एक आधुनिक तकनीक है, जिससे बिना मिट्टी के भी फसल उगाई जा सकती है.

खासतौर पर, आलू जैसी फसलें, जिन्हें मिट्टी में ही उगाया जाता था, अब इस नई तकनीक की मदद से अधिक उत्पादन मिल रहा है. आइए जानते हैं कि एयरोपोनिक विधि से आलू की खेती कैसे की जाती है और इसके क्या-क्या फायदे हैं.

क्या है एयरोपोनिक खेती?

एयरोपोनिक खेती एक उन्नत हाइड्रोपोनिक तकनीक है, जिसमें पौधों को बिना मिट्टी के हवा और पानी की मदद से उगाया जाता है. इस विधि में पौधों की जड़ों को पोषक तत्वों से भरपूर पानी से पोषण दिया जाता है. इसमें जड़ें खुली रहती हैं और उन्हें लगातार ऑक्सीजन मिलती रहती है, जिससे पौधे तेजी से बढ़ते हैं.

एयरोपोनिक विधि के लाभ

उच्च उत्पादन: पारंपरिक खेती की तुलना में 2 से 3 गुना अधिक उत्पादन संभव है.

जल की बचत: इसमें पानी की खपत बहुत कम होती है, क्योंकि पोषक घोल को पुनः उपयोग में लाया जाता है.

बीमारियों से सुरक्षा: मिट्टी में मौजूद कीट और रोग इस प्रणाली में नहीं होते, जिससे फसल स्वस्थ रहती है.

जगह की बचत: इस तकनीक से सीमित स्थान में भी खेती की जा सकती है, जिससे शहरी क्षेत्रों में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है.

तेजी से बढ़वार: पौधों को अधिक ऑक्सीजन मिलने के कारण उनकी वृद्धि तेजी से होती है.

रसायनों की कमी: इसमें कीटनाशकों और उर्वरकों की आवश्यकता बहुत कम होती है, जिससे जैविक खेती को बढ़ावा मिलता है.

आलू उगाने की प्रक्रिया

सबसे पहले अच्छे गुणवत्ता वाले बीज आलू का चयन किया जाता है. इसके लिए एक एयरोपोनिक सिस्टम तैयार किया जाता है, जिसमें एक नियंत्रित वातावरण होता है. फिर आलू के बीज को कंटेनरों में रखा जाता है, जहां उनकी जड़ें हवा में लटकती हैं. जड़ों पर समय-समय पर पोषक तत्वों से भरपूर धुंध (mist) छिड़का जाता है, जिससे वे तेजी से बढ़ती हैं. इस दौरान तापमान, आर्द्रता और पोषण स्तरों की निगरानी की जाती है ताकि बेहतर विकास सुनिश्चित हो सके. जब आलू पूरी तरह विकसित हो जाते हैं, तो उन्हें आसानी से निकाल लिया जाता है.

भारत में एयरोपोनिक खेती

भारत में कृषि क्षेत्र तेजी से आधुनिक तकनीकों को अपना रहा है. एयरोपोनिक खेती का उपयोग अब कई किसान और कृषि स्टार्टअप कर रहे हैं. सरकार भी इस दिशा में किसानों को सहायता दे रही है, जिससे उन्हें ज्यादा फायदा हो सके. विशेष रूप से आलू उत्पादन में एयरोपोनिक तकनीक एक क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है.

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