कृषि मंत्री ने कहा कि कोयंबटूर से नई कॉटन क्रांति की शुरुआत हो रही है. यहां पर कपास का उत्पादन बढ़ाने, नए उन्नत किस्म के बीज और खेती की लागत घटाने के साथ ही कपड़ा इंडस्ट्री की जरूरत पूरा करने के लिए रोडमैप तैयार किया गया है.
किसान श्रवण कुमार महला ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की आय दोगुनी करने के लिए मॉडर्न खेती के तहत पॉली हाउस बनाने के लिए जो योजना लेकर आए हैं, उससे काफी मदद मिली है. उन्होंने अन्य किसानों को भी खेती में पॉली हाउस तकनीक इस्तेमाल करने की सलाह दी है.
कृषि मंत्री विजय सिन्हा ने यह भी बताया है कि चुने गए 101 लाभार्थियों को पायलट ट्रेनिंग देने के लिए सर हर एक लाभार्थी पर 35 हजार रुपये खर्च करेगी. यानी सरकार पायलट ट्रेनिंग के लिए कुल 35.35 लाख रुपये का खर्च करेगी.
नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद ने कहा कि भारतीय कृषि को अब पारंपरिक खेती से आगे बढ़ाकर पोषण, रोजगार और पर्यावरण संतुलन पर केंद्रित करना होगा. बागवानी, पशुपालन और मत्स्य पालन जैसे क्षेत्रों में अधिक आमदनी के मौके हैं.
संवाद के दौरान किसानों ने शिवराज सिंह चौहान से मिट्टी की स्वास्थ्य की जांच के लिए गांव और निचले स्तर पर ही लैब के निर्माण की अपील की है. इस संबंध में भी कृषि मंत्री ने इस प्रस्ताव को एक कारगार सुझाव बताते हुए कहा कि मिट्टी में पोषक तत्वों की जांच होनी जरूरी है.
परिवहन मंत्री ने कहा कि इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर के इस्तेमाल से किसानों का खर्च बचेगा. डीजल की जगह बिजली के इस्तेमाल से लागत 60-70 फीसदी कम हो जाती है.