कोयंबटूर से नई कॉटन क्रांति की शुरुआत, उत्पादन बढ़ाने.. नए बीज और खेती लागत घटाने का रोडमैप तैयार

कृषि मंत्री ने कहा कि कोयंबटूर से नई कॉटन क्रांति की शुरुआत हो रही है. यहां पर कपास का उत्पादन बढ़ाने, नए उन्नत किस्म के बीज और खेती की लागत घटाने के साथ ही कपड़ा इंडस्ट्री की जरूरत पूरा करने के लिए रोडमैप तैयार किया गया है.

नोएडा | Updated On: 11 Jul, 2025 | 01:57 PM

कपास की खेती को नई दिशा देने के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में आज तमिलनाडु के कोयंबटूर में किसानों, वैज्ञानिकों और स्टेकहोल्डर्स के साथ मंथन किया है. कृषि मंत्री ने कहा कि कोयंबटूर से नई कॉटन क्रांति की शुरुआत हो रही है. यहां पर कपास का उत्पादन बढ़ाने, नए उन्नत किस्म के बीज और खेती की लागत घटाने के साथ ही कपड़ा इंडस्ट्री की जरूरत पूरा करने के लिए रोडमैप तैयार किया गया है. उन्होंने कहा कि कपास की खेती में रोग-कीटों से बचाव के लिए उपकरणों और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) जैसी उन्नत तकनीकों का इस्तेमाल करेंगे.

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में आज 11 जुलाई को तमिलनाडु के कोयंबटूर में आईसीएआर के गन्ना प्रजनन केंद्र में कपास की खेती को लेकर परामर्श कार्यकम हुआ है, जो पूरे दिन चलेगा. कार्यक्रम में कपास उत्पादन बढ़ाने समेत अन्य बिंदुओं पर किसानों और कपास इंडस्ट्री के लोगों से बात की गई है. जिसमें वह क्वालिटी, उत्पादन और खेती में आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल पर जोर दिया गया है. इसके साथ ही कपास के लिए खतरा बने गुलाबी सुंडी जैसे अन्य कीटों की रोकथाम के लिए वैज्ञानिकों से चर्चा की गई है और उपाय लाए जाएंगे.

उन्नत किस्मों के बीजों का विकास हो रहा

केंद्रीय कृषि मंत्री मीडिया से बात करते हुए कहा कि कपास की लागत कम करने और उन्नत बीज किस्मों के विकास पर केंद्रित एक रोडमैप तैयार किया गया है. आईसीएआर के वैज्ञानिक नई उन्नत और जलवायु अनुकूल किस्में विकसित कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज कोयंबटूर में कॉटन से जुड़े हुए सभी लोग आए हैं. यहां हमारे सभी राज्यों के कॉटन उत्पादक राज्यों के किसान और वैज्ञानिक मौजूद हैं. हम सभी मिलकर कोयंबटूर से एक नई कॉटन क्रांति की शुरुआत करेंगे. उन्होंने बताया कि यहां कई तरह के प्रयोग चल रहे हैं.

कपास की खेती में एआई से लैस मशीनों का इस्तेमाल बढ़ाएंगे

हम कपास की खेती को एक लाभदायक और उन्नत उद्यम में बदलने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इस प्रयास में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी. कपास पर विचार-विमर्श भारत में कपास की खेती के भविष्य के रोडमैप को आकार देगा. उन्होंने कहा कि कपास की खेती में रोग-कीटों से बचाव के लिए उपकरणों और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) जैसी उन्नत तकनीकों का इस्तेमाल बढ़ाया जाएगा. सोलर ट्रैप सिस्टम भी किसानों को उपलब्ध कराकर फसल को होने वाले नुकसान से बचाया जाएगा. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य कम लागत में ज्यादा और बेहतर क्वालिटी का उत्पादन हासिल करना है.

कपास आयात बंद करने के लिए उत्पादन बढ़ाना होगा

उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर कपास की उत्पादकता बढ़ाने, लागत कम करने और उन्नत बीज किस्मों के विकास पर केंद्रित एक रोडमैप तैयार कर रहे हैं. उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह उपस्थित हैं. कपड़ा इंडस्ट्री की जरूरत को पूरा करने के लिए हर हाल में कपास उत्पादन बढ़ाना है, ताकि आयात को बंद किया जा सके.

Published: 11 Jul, 2025 | 01:52 PM