फसलों को पशुओं से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए यूपी सरकार खेतों में बाड़ (फेंसिंग) या तारबंदी करने के लिए सब्सिडी योजना चला रही है. उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार एवं कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि किसानों को मेहनत की उपज को जानवरों और अवांछनीय तत्वों आदि से बचाने में मदद करने के लिए हम फेंसिंग कराने पर सब्सिडी योजना लाए हैं. उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार से बागवानों को राहत देने के लिए फेंसिंग पर 150 रूपए प्रति मीटर अनुदान देने की व्यवस्था की है.
एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना से मिलेगा लाभ
उत्तर प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार एवं कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने बागवानी फसलों की सुरक्षा के लिए बड़ी पहल करते हुए एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के अंतर्गत किसानों को फेंसिंग पर अनुदान देने की व्यवस्था की है. उन्होंने बताया कि यह योजना किसानों को उनकी मेहनत की उपज को जानवरों और अवांछनीय तत्वों आदि से बचाने में मदद करेगी.
फेंसिंग पर 150 रुपये प्रति मीटर मिलेगी सब्सिडी
मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि सरकार किसानों की आय और उत्पादन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रभावी योजनाएं चला रही है. इस योजना के तहत एक रनिंग मीटर फेंसिंग की अनुमन्य लागत 300 रूपए निर्धारित की गई है, जिसमें किसानों को 150 रूपए प्रति मीटर यानि 50 प्रतिशत अनुदान प्रदान किया जाएगा. प्रत्येक किसान अधिकतम 1000 मीटर तक फेंसिंग पर अनुदान प्राप्त कर सकता है.
2.5 लाख मीटर फेंसिंग कराने का टारगेट
मंत्री ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए सरकार ने कुल 2.5 लाख मीटर फेंसिंग कराने का लक्ष्य तय किया है. इस प्रयास से प्रदेश में बागवानी फसलों की रक्षा तो होगी ही, साथ ही किसानों की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी. उन्होंने कहा कि कई जिलों में किसान अपनी बागवानी फसलों को बड़ी मेहनत से तैयार करते हैं. फसलों को नुकसान से बचाने के लिए फेंसिंग की यह योजना किसानों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी.
खेत में 10 फुट की दूरी पर लगेंगे फेंसिंग पोल
फेंसिंग की तकनीकी संरचना पर जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत लोहे के मजबूत पोलों का उपयोग किया जाएगा, जिनके बीच 10 फुट की दूरी रखी जाएगी. इन पोलों के बीच 4 क्षैतिज तारों से बाड़बंदी की जाएगी, जिससे यह सुरक्षा व्यवस्था मजबूत व दीर्घकालिक होगी. इस योजना का लाभ ‘प्रथम आवक-प्रथम पावक’ के आधार पर दिया जाएगा.
किसान ऑनलाइन कर सकते हैं आवेदन
फेंसिंग की व्यवस्था अन्य बागवानी कार्यक्रमों जैसे फल, सब्जी, मसाले, फूल, सगंध व औषधीय आदि की खेती पर अनुदान के साथ एक अतिरिक्त सुविधा के रूप में दी जाएगी. इच्छुक बागवान योजना का लाभ प्राप्त करने हेतु www.dbt.uphorticulture.in पोर्टल पर पंजीकरण कर सकते हैं. इसके अलावा योजना से संबंधित विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए अपने जनपद के जिला उद्यान अधिकारी कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है.