तिल की खेती से 1.25 लाख तक होगी कमाई, 95 रुपये प्रति किलो की दर से यूपी सरकार दे रही बीज

तिल की प्रति हेक्टेयर खेती से किसान को लगभग 5 से 8 क्विंटल तक उपज मिलती है. बाजार में इसकी कीमत 9 हजार से 15 हजार रुपये प्रति क्विंटल तक हो सकती है.

नोएडा | Updated On: 1 Aug, 2025 | 07:15 PM

उत्तर प्रदेश सरकार किसानों के हित के लिए लगातार सक्रिय रहती है. प्रदेश के किसानों को आर्थिक संकट का सामना न करना पड़े ये सुनिश्चित करने के लिए सरकार हमेशा उन्हें हर संभव तरह की मदद और वित्तीय सहूलियत भी देती है. इसी कड़ी में अब सरकार ने प्रदेश के छोटे और सीमांत किसानों की मदद करने के लिए तिल की खेती को बढ़ावा देने की योजना बनाई है. इस योजना के तहत किसानों को तिल के बीज पर 95 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से सब्सिडी दी जा रही है. इसके साथ ही किसानों को तिल की खेती से जुड़ी ट्रेनिंग भी दी जा रही है ताकि किसान अपनी आमदनी भी बढ़ा सकें.

95 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से सब्सिडी

उत्तर प्रदेश कृषि विभाग द्वारा सोशल मीडिया पर दी गई जानकारी के अनुसार प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के नेतृत्व में तिल की खेती करने वाले किसानों को 95 रुपये प्रति किलोग्राम बीज की दर से सब्सिडी दी जाएगी. ताकि किसानों को तिल की खेती करने में किसी भी तरह की आर्थिक समस्या का सामना न करना पड़े. बता दें कि उत्तर प्रदेश में तिल का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 9846 रुपये प्रति क्विंटल है.

खेती से कमाई और उत्पादन

तिल की प्रति हेक्टेयर खेती से किसान को लगभग 5 से 8 क्विंटल तक उपज मिलती है. बाजार में इसकी कीमत 9 हजार से 15 हजार रुपये प्रति क्विंटल तक हो सकती है. यानी बाजार में एक हेक्टेयर तिल की खेती से किसान लगभग 45 हजार से 1.20 लाख रुपये तक कमा सकते हैं. जबकि तिल के प्रति हेक्टेयर खेती पर किसान की कुल लागत 13 हजार से 18 हजार तक लग सकती है. यानी अगर कुल कमाई से कुल लागत हटा दी जाए तो किसान को तिल की खेती से प्रति हेक्टेयर कम से कम 30 हजार रुपये और ज्यादा से ज्यादा 1 लाख रुपये तक का शुद्ध मुनाफा हो सकता है.

ऐसे करें तिल की खेती

तिल की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी बेस्ट मानी जाती है. बीजों की बुवाई से पहले जरूरी है कि किसान खेती की अच्छे से जुताई कर लें. किसान खेत को एक बार मिट्टी पलटने वाले हल से और दो से तीन बार कल्टीवेटर से जुताई करें. किसान इस बात का ध्यान रखें कि खेत की जुताई के समय उसमें करीब 5 टन गोबर की सड़ी हुई खाद प्रति हेक्टेयर जमीन की दर से डालें. इसके बाद प्रति हेक्टेयर खेत में 3 से 4 किलोग्राम बीज डालें. बीज लगाते समय ध्यान रखें कि कतार से कतार की दूरी 30 सेमी और पौधों से पौधों की दूरी 10 सेमी रखें. बीजों की बुवाई के बाद हल्की सिंचाई करें.

Published: 2 Aug, 2025 | 09:00 AM

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