Apple Market Rate: हिमाचल प्रदेश के सेब किसानों के चेहरे इस बार खिले हुए हैं, क्योंकि जल्दी पकने वाली सेब की किस्मों को इस बार होलसेल मार्केट में अच्छी कीमतें मिल रही हैं. ऐसे भी इस साल सेब का सीजन जल्दी शुरू हो गया है. शिमला की ढली सब्जी मंडी में व्यापारियों का कहना है कि किसानों को 20 किलो की एक पेटी के लिए क्वालिटी और पकने के हिसाब से 2,000 से 5,000 रुपये तक मिल रहे हैं. इससे किसानों की अच्छी कमाई हो रही है.
द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, किसानों का कहा कि अभी शुरुआती किस्में आनी शुरू हुई हैं. हमें 20 किलो की एक पेटी के 2,000 रुपये मिल रहे हैं. अगर लोग कच्चा फल ना लाएं तो अच्छे और पके सेब की अच्छी कीमतें मिल रही हैं. खास बात यह है कि यूनिवर्सल कार्टन आने से रेट्स में सुधार आया है. एक किसान ने कहा कि इस बार सीजन लंबा चलने की उम्मीद है. सब कुछ मौसम और सड़कों की स्थिति पर निर्भर करता है. इस बार अधिक से अधिक कीमत पाने के लिए किसान अपनी उपज ढली और सोलन जैसी लोकल मंडियों में भेज रहे हैं और मौजूदा रेट्स से संतुष्ट हैं.
20 दिनों में एक लाख पेटी सेब का कारोबार
ढली मंडी, भटाकुफर के व्यापारी नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि सीजन की शुरुआत जोरदार रही है और सिर्फ 20 दिनों में 1 लाख से ज्यादा पेटियां मंडी में पहुंच चुकी हैं. इस बार टाइडमेन और स्पर जैसी शुरुआती सेब की किस्में अच्छी मात्रा में आ रही हैं और किसानों को बढ़िया दाम मिल रहे हैं. कुछ विदेशी किस्मों के सेबों की 20 किलो की पेटी 5,000 रुपये तक बिकी है. अभी बाजार में रेट 2,000 से 5,000 रुपये के बीच चल रहे हैं.
अधपके और हल्के रंग के सेब मंडी में न लाएं
व्यापारियों का कहना है कि किसान अधपके और हल्के रंग के सेब मंडी में न लाएं, क्योंकि ऐसे फलों के दाम कम मिलते हैं और बाजार पर असर पड़ता ह. अब यूनिवर्सल कार्टन का इस्तेमाल होने से क्वालिटी में सुधार आया है. अगर बारिश ठीक तरह से होती रही, तो सीजन लंबा चल सकता है. लेकिन अधपका माल दामों को नीचे गिरा रहा है.
लंबा चल सकता है सेब का सीजन
नेपाल के काठमांडू और बिहार के लिए सेब खरीदने वाले अशोक कुमार ने भी इस साल की क्वालिटी की तारीफ की. उन्होंने कहा कि इस बार फल बढ़िया है और रेट भी ठीक मिल रहे हैं. जो किसान अच्छे से पके हुए सेब ला रहे हैं, उन्हें बढ़िया दाम मिल रहे हैं. मैं अब तक 10,000 से 15,000 पेटियां खरीद चुका हूं, जिनमें रॉयल, रेड-गोल्ड और टाइडमेन जैसी किस्में हैं. सीजन सही समय पर शुरू हुआ है और उम्मीद है कि किसान और व्यापारी दोनों को फायदा होगा. जब फल अच्छा होता है, तो सबको लाभ मिलता है. बाजार के आंकड़ों के अनुसार, 18 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश की बड़ी मंडियों में 10 लाख से ज्यादा सेब की पेटियां बिक चुकी हैं. मौसम अच्छा रहा और किसान अगर सही समय पर तुड़ाई करते रहे, तो यह सीजन लंबा और फायदेमंद हो सकता है.