मंडी में नहीं पहुंच पा रहे सेब की शिकायत पर भड़के CM, किसानों को सही भाव मिलने का रास्ता साफ
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बागवानी मंत्री से छानबीन करने को कहा. उन्होंने कहा कि सेब एकत्रीकरण केन्द्र कहां पर नहीं खुले हैं इसकी भी पड़ताल की जाए.
इस साल बारिश ने हिमाचल प्रदेश में भारी तबाही मचाई, जिससे 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए. खास कर ऊंचाई वाले पहाड़ी इलाकों में बादल फटने और भूस्खलन से कई सड़के तबाह हो गईं और सेब के बाग बर्बाद हो गए. ऐसे में किसानों को दोहरी मार पड़ी है. एक तो फसल नुकसान का दंश और ऊपर से सड़कें बंद होने के चलते सेब की उपज समय पर मंडियों तक नहीं पहुंच पा रही है. इससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. लेकिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश में रास्ते बंद होने की बात को सिरे से खासिज कर दिया है. हालांकि, साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि जहां कहीं पर भी यदि सड़क बंद होने से सेब फंसा है, उस सड़क को प्राथमिकता के आधार पर खोला जाए.
दरअसल, मॉनसून सत्र के दौरान विधायक लोकेंद्र कुमार ने विधानसभा में सरकार से सवाल किया कि प्रदेश में सड़कों के बंद होने से सेब किसान अपनी उपज को मंडियों तक नहीं ले जा पा रहे हैं. ऐसे में स्टोर रूम में रखे सेब सड़ रहे हैं, जिससे किसानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है. वहीं, लोकेंद्र कुमार के सावल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सड़कों के बंद होने से कहीं पर भी सेब की फसल नहीं फंसी है. सीएम ने विधायक लोकेंद्र कुमार के आरोपों को खारिज करते हुए लोक निर्माण मंत्री को इस पर संज्ञान लेने को कहा.
मुख्यमंत्री सुक्खू के खास निर्देश
साथ ही सीएम सुक्खू ने बागवानी मंत्री से भी इस पर छानबीन करने को कहा. उन्होंने कहा कि सेब एकत्रीकरण केन्द्र कहां पर नहीं खुले हैं इसकी भी पड़ताल की जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके ध्यान में ऐसा कोई मामला नहीं है कि कहीं पर सड़क बंद होने से सेब मार्केट तक नहीं पहुंच पा रहा. सरकार ने इसके लिए विशेष निर्देश दे रखे हैं और पूरी मशीनरी पूरी मेहनत के साथ अपना काम कर रही है. उन्होंने कहा कि जहां कहीं पर भी यदि सड़क बंद होने से सेब फंसा है, उस सड़क को प्राथमिकता के आधार पर खोला जाएगा.
किसानों ने जताई अच्छा भाव मिलने की उम्मीद
वहीं, मुख्यमंत्री के निर्देश पर किसानों ने अच्छा भाव मिलने की उम्मीद जताई है. किसानों ने कहा कि सड़कें सही नहीं होने की वजह से परिवहन के दौरान सेब की क्वालिटी खराब हो रही थे. इसके साथ ही मंडी में समय पर उपज नहीं पहुंचने पर व्यापारी सही भाव भी किसानों को नहीं दे रहे थे.