सावन में जितने भी सोमवार व्रत रखे जाते हैं, उनका संपूर्ण फल भक्त को आखिरी सोमवार को मिलता है. यह दिन उस तपस्या और आस्था की पूर्णता का प्रतीक है. मान्यता है कि अगर कोई व्यक्ति पूरे सावन महीने में श्रद्धा से व्रत करता है, तो अंतिम सोमवार पर उसका संकल्प सिद्ध होता है.
4 अगस्त 2025 को आने वाले अंतिम सोमवार पर कई शुभ योग बन रहे हैं जैसे सर्वार्थ सिद्धि योग, ब्रह्म योग, और इंद्र योग. इसके साथ चंद्रमा अनुराधा नक्षत्र से वृश्चिक राशि में रहेगा. ये सारे योग इस दिन की पूजा और व्रत को बेहद फलदायी बना देते हैं.
अंतिम सोमवार को रुद्राभिषेक, शिव पुराण पाठ, जलाभिषेक, और रात्रि जागरण करने से शिवजी अत्यधिक प्रसन्न होते हैं. यह दिन भक्तों के लिए शिव की विशेष कृपा पाने का अवसर माना जाता है.
कहा जाता है कि भक्त पूरे सावन भर जो व्रत और पूजा करते हैं, उनका असली फल उन्हें अंतिम सोमवार को ही प्राप्त होता है. यह सोमवार उस आस्था की परिणति है, जो पूरे महीने चली होती है.
इस विशेष सोमवार को पूजा करने से जीवन की समस्याएं दूर होती हैं, सुख-शांति का आगमन होता है और दुर्भाग्य का नाश होता है. इस दिन किए गए व्रत से जीवन में सकारात्मक बदलाव आने लगते हैं.
सभी सावन सोमवारों में अंतिम सोमवार को धार्मिक और ज्योतिष दोनों दृष्टियों से सर्वोत्तम माना गया है. यह दिन आध्यात्मिक उन्नति और भाग्य जागरण के लिए अत्यंत उपयुक्त होता है.