घर पर बागवानी करने से पहले जानें, किस ग्रो बैग में कौन-सा पौधा उगेगा बेहतर

ग्रो बैग में पौधे को पर्याप्त जगह मिलती है और पानी की निकासी भी अच्छी रहती है, जिससे जड़ें सड़ने का खतरा कम हो जाता है. ये हल्के होते हैं, आसानी से इधर-उधर रखे जा सकते हैं और किफायती भी होते हैं.

Kisan India
नई दिल्ली | Updated On: 24 Nov, 2025 | 12:07 PM

आज शहरों की ऊंची-ऊंची इमारतों के बीच भी लोग अपने घरों में हरियाली लाना चाहते हैं. किचन गार्डनिंग अब सिर्फ शौक नहीं, बल्कि अपनी सेहत और मानसिक सुकून के लिए एक बेहतरीन तरीका बन चुका है. लेकिन घर में जगह की कमी और मिट्टी की सही व्यवस्था न होने के कारण कई लोग बागवानी शुरू ही नहीं कर पाते. इसी समस्या का आसान और सफल समाधान हैग्रो बैग.

ग्रो बैग एक मजबूत थैला होता है, जिसमें मिट्टी भरकर पौधे उगाए जाते हैं. यह प्लास्टिक, जूट या नॉन-वोवन फैब्रिक से बना होता है और इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे आप कहीं भी रख सकते हैंछत, बालकनी, आंगन या खिड़की के पास.

लेकिन एक सवाल सबसे ज्यादा पूछा जाता है, कौन-सा पौधा किस साइज के ग्रो बैग में लगाया जाए? सही बैग का चुनाव पौधे की सेहत और तेजी से बढ़त के लिए बहुत जरूरी है.

ग्रो बैग क्यों खास हैं?

ग्रो बैग में पौधे को पर्याप्त जगह मिलती है और पानी की निकासी भी अच्छी रहती है, जिससे जड़ें सड़ने का खतरा कम हो जाता है. ये हल्के होते हैं, आसानी से इधर-उधर रखे जा सकते हैं और किफायती भी होते हैं. जो लोग अपने घर की जगह को स्मार्ट तरीके से उपयोग करना चाहते हैं, उनके लिए ग्रो बैग बेहतरीन विकल्प हैं.

छोटे ग्रो बैग: हरे-भरे मसालों के लिए बढ़िया

छोटे यानी 6×6 या 7×7 इंच के बैग में ऐसी सब्जियां लगाना अच्छा होता है जिनकी जड़ें ज्यादा गहराई में नहीं जातीं. जैसे तुलसी, पुदीना, मेथी, धनिया और पालक.

इन पौधों को बस हल्की खाद और नियमित पानी की जरूरत होती है, और ये थोड़े से स्पेस में ही खूब फैल जाते हैं. रोज के खाने में इस्तेमाल होने वाली ये हरी चीजें हमेशा आपके घर में ताजा उपलब्ध रहती हैं.

मध्यम आकार के ग्रो बैग: सब्जियों का छोटा खेत

9×9 से 12×12 इंच वाले बैग उन पौधों के लिए परफेक्ट हैं जिनकी जड़ें गहरी होती हैं और जिन्हें ज्यादा पोषण चाहिए. इनमें आप मिर्च, बैंगन, टमाटर, फूलगोभी, अदरक और हल्दी जैसे पौधे आराम से उगा सकते हैं. इन पौधों को धूप ज्यादा पसंद होती है, इसलिए इन्हें ऐसी जगह जरूर रखें जहां बेहतर रोशनी मिले.

बड़े ग्रो बैग: बेल वाली सब्जियों की पहली पसंद

15×15 या उससे बड़े बैग बेल वाली सब्जियों के लिए बनाए जाते हैं. जैसे लौकी, कद्दू, खीरा, तुरई, करेेला और शिमला मिर्च. इन पौधों को चढ़ने या फैलने के लिए सहारा देना जरूरी होता है. सही सपोर्ट मिलते ही ये बहुत तेज बढ़ते हैं और भरपूर फल देते हैं.

आयताकार (रेक्टेंगुलर) बैग: एक में कई पौधे

24×12×12 इंच वाले बैग में एक साथ कई पत्तेदार सब्जियां लगाई जा सकती हैं. जैसे मूली, गाजर, लहसुन, प्याज और अन्य हरी सब्जियां. कम जगह में ज्यादा उत्पादन चाहिए, तो यह सबसे बेहतरीन विकल्प है.

बहुत बड़े बैग: फलों के पौधे भी उगेंगे अब घर में ही

18×18 इंच या उससे बड़े बैग में ड्वार्फ फलदार पौधे लगाए जाते हैं. जैसे नींबू, अमरूद, आम या गुलाब जैसे बड़े फूल वाले पौधे. इन बैगों में ड्रेनेज यानी पानी निकलने की व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए ताकि पौधे स्वस्थ रहें.

ग्रो बैग में मिट्टी कैसे तैयार करें?

अगर आप अपने पौधे जल्दी बढ़ते देखना चाहते हैं तो मिट्टी का मिश्रण सही बनाएं, 40 फीसदी मिट्टी + 30 फीसदी जैविक खाद + 30 फीसदी रेत या कोकोपीट, इससे पौधे को हवा, पानी और पोषण सही मात्रा में मिलता है.

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Published: 24 Nov, 2025 | 12:02 PM

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