Mandi Bhav: टमाटर हुआ सस्ता, कीमत में 60 रुपये किलो गिरावट.. जानें प्याज- आलू का रेट

पंजाब और हिमाचल में बारिश और भूस्खलन के कारण सब्जियों की सप्लाई में 80 फीसदी तक की गिरावट आई है. इससे सब्जियों के दाम 40 से 60 फीसदी तक बढ़ गए हैं.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 31 Aug, 2025 | 11:35 AM

पंंजाब में लगातार बारिश से कई जिलों में बाढ़ आ गई है. वहीं, हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन के बाद यातायात व्यवस्था ठप होने से सब्जियों की आपूर्ति में 80 फीसदी तक की गिरावट आई है. यह कमी पिछले साल के इसी समय की तुलना में देखी गई है. इससे सब्जियों की कीमत में उछाल आया है और 15 दिनों के अंदर रेट में 60 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है. लेकिन टमाटर सस्ता हुआ है. फिलहाल पंजाब में टमाटर 40 रुपये प्रति किलो. खास बात यह है कि 10 दिन पहले टमाटर 100 रुपये किलो तक पहुंच गया था. यानी रेट में 60 रुपये की गिरावट आई है.

द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 2 दशक से सब्जियों की आपूर्ति करने वाले व्यापारी राकेश कुमार लड्डा ने कहा  कि टमाटर को छोड़कर बाकी कई ताजी सब्जियों के दाम पिछले 15 दिनों में 40 फीसदी से 60 फीसदी तक बढ़ गए हैं. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि टमाटर, प्याज और आलू जैसी मुख्य सब्जियों के दाम अब भी सामान्य हैं, इसलिए आम लोगों के लिए सब्जियां अब भी काफी हद तक सस्ती हैं. फिलहाल टमाटर 40 रुपये प्रति किलो, प्याज 30 रुपये प्रति किलो और आलू 20 रुपये प्रति किलो बिक रहे हैं. खास बात यह है कि 10 दिन पहले टमाटर 100 रुपये किलो तक पहुंच गया था, जो अब काफी सस्ता हो गया है.

महाराष्ट्र से शुरू हुई सब्जियों की सप्लाई

वहीं, हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण सब्जियों की सप्लाई बाधित हो गई, जिससे स्थानीय बाजार में टमाटर की कीमतें बढ़ गईं. हालांकि, कीमतें बढ़ते ही थोक सब्जी व्यापारियों ने तुरंत देश के अन्य राज्यों से टमाटर मंगवाने की कोशिश शुरू कर दी. महाराष्ट्र से बड़ी मात्रा में टमाटर की आवक ने बाजार को राहत दी और दाम फिर से सामान्य स्तर पर लौट आए, जिससे आम लोगों को राहत मिली.

इन सब्जियों की होती है सप्लाई

हर साल जुलाई से सितंबर के बीच देश के कई शहरों को टमाटर, फूलगोभी, पत्ता गोभी, शिमला मिर्च (हरे, पीले और लाल रंग में), बीन्स और अन्य ताजी सब्जियों की मुख्य सप्लाई हिमाचल से मिलती है. एक और थोक व्यापारी परमजीत सिंह ने कहा कि हिमाचल में खराब मौसम के कारण सप्लाई रूट पूरी तरह से बिगड़ गए हैं, जिससे कई सब्जियों के दाम तेजी से बढ़े हैं.

फूलगोभी की फसल को पहुंच सकता है नुकसान

इस संकट से निपटने के लिए स्थानीय कारोबारियों ने तेजी दिखाते हुए महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के बाजारों से सब्जियों की सप्लाई सुनिश्चित की है. अभी पंजाब के कुछ हिस्सों में बाढ़ के बावजूद सब्जियों की सप्लाई सामान्य है. हालांकि, गुरदासपुर के सीमा क्षेत्र डेरा बाबा नानक में बाढ़ के कारण सितंबर से शुरू होने वाली फूलगोभी की फसल पर असर पड़ सकता है. यह इलाका उफनती रावी नदी के किनारे स्थित है, जो पाकिस्तान में प्रवेश करने से पहले डेरा बाबा नानक से होकर गुजरती है.

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Published: 31 Aug, 2025 | 11:25 AM

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