दिल्ली-NCR में कई जगहों पर शुरू हुई सब्सिडी वाले टमाटर की बिक्री, मार्केट से 28 रुपये सस्ता है रेट

कृषि मंत्रालय के 2024-25 के तीसरे अग्रिम अनुमानों के अनुसार, इस साल देश में टमाटर का उत्पादन  213.2 लाख टन से घटकर 194.6 लाख टन होने की संभावना है. इसमें आंध्र प्रदेश और कर्नाटक का हिस्सा लगभग 16 फीसदी और 10 फीसदी होगा.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 28 Nov, 2025 | 11:41 AM

Tomato Price Hike: टमाटर की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में खुद सब्सिडी वाला टमाटर बेचना शुरू कर दिया है. कहा जा रहा है कि अब सरकार जल्द ही अन्य शहरों में भी टमाटर बेचने की तैयारी कर रही है. उसे उम्मीद है कि इससे टमाटर की बढ़ती कीमतों में पर लगाम लगेगा और आम जनता को थोड़ी राहत मिलेगी. दरअसल, दिल्ली के कई हिस्सों में टमाटर की रिटेल कीमतें 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं, क्योंकि मोन्था तूफान ने आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के प्रमुख टमाटर उगाने वाले क्षेत्रों को प्रभावित किया. इससे टमाटर के उत्पादन में गिरावट आई.

उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ‘जनता’ ब्रांड के टमाटर 52 रुपये प्रति किलो की दर से राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ (NCCF) के माध्यम से बेच रहा है. यानी मार्केट में बिक रहे टमाटर से सरकारी टमाटर का रेट 28 रुपये किलो सस्ता है. सरकार का यह कदम संसद के शीतकालीन सत्र से ठीक पहले आया है, जो 1 दिसंबर से शुरू होकर 19 दिसंबर तक चलेगा. ऐसे भी हाल के दिनों में दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में टमाटर की आपूर्ति  कम हो गई है, जिससे थोक और खुदरा कीमतें बढ़ गई हैं. एक अधिकारी ने कहा कि हाल ही में आए चक्रवाती तूफान मोंथा की वजह से भारी बारिश और तेज हवाओं ने टमाटर की फसल को नुकसान पहुंचाया, जिससे कीमतें तेजी से बढ़ीं. उन्होंने यह भी कहा कि सब्सिडी वाले टमाटर  की बिक्री आने वाले दिनों में देश के अन्य हिस्सों में भी बढ़ाई जाएगी.

194.6 लाख टन टमाटर उत्पादन की संभावना

कृषि मंत्रालय के 2024-25 के तीसरे अग्रिम अनुमानों के अनुसार, इस साल देश में टमाटर का उत्पादन  213.2 लाख टन से घटकर 194.6 लाख टन होने की संभावना है. इसमें आंध्र प्रदेश और कर्नाटक का हिस्सा लगभग 16 फीसदी और 10 फीसदी होगा. वहीं, एनसीसीएफ दिल्ली-एनसीआर में कई जगहों पर प्याज भी 15 रुपये प्रति किलो की दर से बेचेगा. हालांकि, प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं हुई है.

इन जगहों पर होगी टमाटर की सरकारी बिक्री

दिल्ली-एनसीआर के प्रमुख स्थानों जैसे कृषिभवन, बाराखंबा रोड, खारीबौली, साकेत, मालवीय नगर, पटेल चौक, आर.के. पुरम, नेहरू प्लेस, रोहिणी, द्वारका और नोएडा में टमाटर मोबाइल वैन और काउंटर के माध्यम से बेचे जाएंगे. सरकार ने 2024 में टमाटर की बढ़ती कीमतों को रोकने के लिए दो बार हस्तक्षेप किया था. पहली बार जुलाई में जब रिटेल कीमतें  80- 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गईं, तब सब्सिडी वाले टमाटर 60 रुपये प्रति किलो में बेचे गए. दूसरी बार अक्टूबर में, जब बाजार की औसत कीमतें लगभग 100 रुपये प्रति किलो थीं, तो सब्सिडी वाले टमाटर 65 रुपये प्रति किलो में उपलब्ध कराए गए.

कब-कब हुई टमाटर की सरकारी बिक्री

2023 में टमाटर की कीमतें 250 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई थीं, जिसके बाद अगस्त में सरकार ने इसे 90 रुपये प्रति किलो में बेचना शुरू किया. बाद में बाजार की कीमतें कम होने पर सब्सिडी दर  घटाकर 40 रुपये प्रति किलो कर दी गई. उपभोक्ता मामले मंत्रालय के अनुसार, 25 नवंबर को दिल्ली में टमाटर की रिटेल कीमत 80 रुपये प्रति किलो थी, जो पिछले साल 48 रुपये प्रति किलो से 66.7 फीसदी अधिक है. कोलकाता में कीमतें 52 रुपये से बढ़कर 73 रुपये प्रति किलो हो गईं (40.4 फीसदी वृद्धि), जबकि चेन्नई में 40 रुपये से बढ़कर 75 रुपये प्रति किलो हो गईं, जो 87.5 फीसदी की वृद्धि को दर्शाता है.

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Published: 28 Nov, 2025 | 11:33 AM

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