ये हैं कम समय में तैयार होने वालीं टमाटर की उन्नत किस्में, सितंबर में करें बुवाई और फिर देखें कमाल

पूसा शीतल टमाटर की बेहतरीन किस्म है. इसकी खेती ठंडे मौसम में की जा सकती है. किसान सितंबर महीने में इसकी बुवाई कर सकते हैं. बुवाई करने के 75 दिन बाद फसल तैयार हो जाती है.

नोएडा | Updated On: 8 Sep, 2025 | 02:49 PM

सितंबर महीने की शुरुआत के साथ ही बागवानी करने वाले किसान हल-बैल और ट्रैक्टर लेकर खेतों में कूंद गए हैं. बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और ओडिशा सहित लगभग सभी राज्यों में किसानों ने नकदी फसलों की बुवाई शुरू कर दी है. पहाड़ी राज्यों में जहां किसान आलू की अगेती किस्म की बुवाई कर रहे हैं, वहीं प्लेन इलाके के किसान बैंगन-फूलगोभी की रोपाई करने के लिए खेत तैयार कर रहे हैं. लेकिन कुछ किसान ऐसे भी हैं, जो इस बार बड़े स्तर पर टमाटर की खेती करना चाहते हैं, लेकिन वे बेहतरीन किस्मों को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं. लेकिन अब किसानों को टमाटर की उन्नत किस्मों को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है. आज हम टमाटर की कुछ ऐसी खास किस्मों के बारे में बात करने जा रहे हैं, जिसकी बुवाई करने पर बंपर पैदावार होगी.

ऐसे भी कृषि एक्सपर्ट का कहना है कि टमाटर की बुवाई के लिए सितंबर का महीना सबसे बेहतर होता है. इस महीने में टमाटर की बुवाई करने पर पौधों में जल्दी फूल और फल आते हैं. साथ ही रोग लगने की आशंका भी नहीं रहती है. अगर किसान सितंबर महीने में टमाटर की उन्नत किस्मों की बुवाई करते हैं, तो बंपर पैदावार होगी. लेकिन बुवाई करने से पहले किसानों को उन्नत किस्मों का चुनाव और अच्छी तरह खेत को तैयार करना होगा. खासकर टमाटर के खेत में जल निकासी की अच्छी होनी चाहिए. क्योंकि टमाटर को सिंचाई की बहुत कम जरूरत होती है. इसका पौधा जलभराव को सहन नहीं कर पाता है. ऐसे में जलभराव से पौधों को तुरंत नुकसान पहुंचता है.

टमाटर की खेती के लिए मिट्टी का पीएच मान

इसलिए किसान टमाटर की बुवाई करने से पहले खेत की अच्छी तरह से जुताई करने के बाद क्यारी बना लें और इन क्यारियों में पौधों की रोपाई करें. ऐसे काली मिट्टी दोमट मिट्टी, लाला गोमट मिट्टी और रेतीली दोमट मिट्टी टमाटर की खेती के लिए उपयुक्त मानी गई है. साथ ही मिट्टी का पीएच मान 7 से 8.5 तक होना चाहिए. इससे अच्छी उपज होती है. इस तरह की मिट्टी में पूसा शीतल, पूसा गौराव, आर्का विकास, पुसा रूबी और सरदार किस्म के टमाटर की खेती करना ज्यादा फायदेमंद रहेगा. क्योंकि ये टमाटर की बेहतरीन किस्में हैं.

टमाटर की उन्नत किस्में और खासियत

पूसा शीतल: पूसा शीतल टमाटर की बेहतरीन किस्म है. इसकी खेती ठंडे मौसम में की जा सकती है. ऐसे में किसान सितंबर महीने में इसकी बुवाई कर सकते हैं. बुवाई करने के 75 दिन बाद फसल तैयार हो जाती है. इसकी पैदावार 320 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक है.

पुसा रूबी: इस किस्म की फसल जल्दी तैयार हो जाती है. इसके फल मध्यम आकार के होते हैं. रोपाई करने पर 70 से 75 दिनों में इसकी फसल तैयार हो जाती है. इसकी उपज 300 से 350 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है.

आर्का विकास: यह टमाटर की सबसे ज्यादा मशहूर किस्म है. इसके फल में सर ज्यादा होते हैं. लेकिन इसका टमाटर पकने में ज्यादा समय लेता है. बुवाई करने पर 90 दिनों के अंदर इसकी फसल तैयार हो जाती है. इस किस्म से आप 300 से 350 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादन ले सकते हैं.

Published: 8 Sep, 2025 | 02:48 PM