पंजाब में बाढ़ से अब तक 43 की मौत, राहत शिविर में रह रहे 7100 लोग.. फसलों को भारी नुकसान

पंजाब में बाढ़ का असर अब कम हो रहा है. 1 अगस्त से 4 सितंबर तक 14 जिलों में 43 मौतें हुईं और 1.72 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद हुई. अब तक 21,929 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है और 196 राहत शिविरों में 7,100 से ज्यादा लोग रह रहे हैं.

नोएडा | Updated On: 6 Sep, 2025 | 06:58 PM

पंजाब बाढ़ का कहर धीरे-धीरे कम हो रहा है. इससे आम लोगों ने राहत की सांस ली है. राहत की बात यह है कि पिछले 36 घंटों में पंजाब में बाढ़ के कारण किसी की मौत नहीं हुई, क्योंकि अब राज्य और पहाड़ी इलाकों में बारिश कम हो गई है. हालांकि, 1 अगस्त से 4 सितंबर के बीच 14 जिलों में कुल 43 लोगों की मौत हो चुकी है. अब तक  21,929 लोगों को बाढ़ग्रस्त इलाकों से सुरक्षित निकाला गया है और 196 राहत शिविर लगाए गए हैं, जिनमें 7,100 से ज्यादा लोग रह रहे हैं. इनमें सबसे ज्यादा फाजिल्का जिले में 2,548 लोग राहत शिविर में रह रहे हैं. इसके बाद होशियारपुर में 1,041 लोग, फिरोजपुर  में 776 लोग और पठानकोट में 693 लोग राहत शिविर में मौजूद हैं. खास बात यह है कि फाजिल्का जिले में करोड़ों रुपये की फसल को नुकसान हुआ है.

द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब में बाढ़ ने 18 जिलों की 1.72 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान पहुंचाया है. 22 जिलों के 1,948 गांव प्रभावित हुए हैं, जिससे करीब 3.84 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. केंद्रीय टीमें इस समय पंजाब के अलग-अलग बाढ़ प्रभावित जिलों, जैसे कपूरथला और फिरोजपुर का दौरा कर रही हैं. ये टीमें कृषि, वित्त और ग्रामीण विकास मंत्रालयों के अधिकारियों से मिलकर बनी हैं और नुकसान का आकलन कर केंद्र सरकार को रिपोर्ट देंगी.

17,785 हेक्टेयर जमीन पर फसलें खराब

फाजिल्का जिले में, एडिशनल डिप्टी कमिश्नर मंदीप कौर ने कहा कि 13,500 लोगों को रेस्क्यू किया गया है और 2,200 लोग अब भी 9 राहत शिविरों में रह रहे हैं. राहत कार्यों में 4 NDRF टीम, 2 आर्मी यूनिट और 1 BSF यूनिट लगी हुई हैं. हालांकि सतलुज नदी के सुरक्षा बांध में कोई टूट नहीं हुआ है, लेकिन कई जगहों पर इसे मजबूत किया जा रहा है. फाजिल्का में ही 17,785 हेक्टेयर जमीन पर फसलें खराब हुई हैं और करीब 2.5 करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया है. कई घर अब भी पानी में डूबे हुए हैं. पानी उतरने के बाद ही पूरा आकलन किया जाएगा. बाढ़ प्रभावित लोगों में कमजोर वर्गों पर भी खास ध्यान दिया जा रहा है. सामाजिक सुरक्षा मंत्री बलजीत कौर ने कहा कि प्रभावित इलाकों में 479 बुजुर्गों की पहचान की गई है, जिन्हें जिला प्रशासन और रेड क्रॉस के जरिए मदद दी जा रही है. अगर जरूरत पड़ी, तो राज्य के वृद्धाश्रमों में 700 बुजुर्गों को रखने की व्यवस्था है.

दिल्ली सरकार देगी 5 करोड़ रुपये

वहीं, पड़ोसी राज्य हरियाणा में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा है कि बाढ़ से प्रभावित किसान सरकारी पोर्टल पर फसल नुकसान दर्ज करवा सकते हैं, ताकि उन्हें मुआवजा दिया जा सके.  इसके अलावा दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि पंजाब में बाढ़ की स्थिति गंभीर है और वहां के लोगों के लिए दिल्ली सरकार पूरी तरह से संवेदनशील है. उन्होंने प्रार्थना की कि भगवान सभी प्रभावितों को इस मुसीबत से जल्द राहत दें. रेखा गुप्ता ने ऐलान किया कि दिल्ली सरकार पंजाब सीएम राहत कोष में 5 करोड़ रुपये की सहायता राशि देगी, ताकि वहां के लोगों को मदद मिल सके. उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में दिल्ली, पंजाब के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है.

Published: 6 Sep, 2025 | 06:48 PM