पेराई सीजन 2025-26 शुरू हो चुका है और यूपी में सभी चीनी मिलें चालू हो चुकी हैं. गन्ना आपूर्ति और घटतौली पर अंकुश लगाने के लिए राज्य सरकार ने सख्ती बढ़ा दी है. घटतौली की कुप्रथा को जड़ से समाप्त करने के लिये प्रभावी कदम उठाने के निर्देश परिक्षेत्रीय अधिकारियों को दिये गये हैं.
सर्दी में पाला, रोग और माहू कीट से सरसों को भारी नुकसान का खतरा रहता है. हल्की सिंचाई, धुआं, सल्फर व प्रोपिकोनाजोल जैसे छिड़काव से बचाव संभव है. माहू नियंत्रण के लिए नीम काढ़ा व इमिडाक्लोप्रिड उपयोगी हैं. नियमित निगरानी से किसान 25 से 30 फीसदी नुकसान रोक सकते हैं.
कैबिनेट ने कोपरा का एमएसपी बढ़ाने की मंजूरी दे दी है. इससे देश के लाखों किसानों को सीधा फायदा होगा. कहा जा रहा है कि केंद्र सरकार के इस फैसले से तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना और केरल के किसान ज्यादा लाभांवित होंगे.
बढ़ती शीतलहर के कारण आलू के साथ-साथ सरसों की फसल प्रभावित हो सकती है. खासकर आलू की अगेती फसल, जिसकी खुदाई इन दिनों हो रही है, पाले और कोहरे की वजह से झुलसा रोग के खतरे में है.
जो टमाटर पिछले हफ्ते 75 रुपये किलो में बिक रहा था अब उसका रेट गिरकर 25 से 35 रुपये किलो हो गया है. यानी कीमत में 50 से 55 रुपये किलो की गिरावट आई है. खास बात यह है कि प्याज भी इसी ट्रेंड को फॉलो कर रहा है.
कंद वाली फसलों में सुपर फास्फेट बेहद महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इसमें मौजूद फास्फोरस कंदों की वृद्धि को मजबूत बनाता है. इसलिए किसान प्रति बीघा 15 से 20 किलो सुपर फास्फेट डाल सकते हैं.