Mandi Bhav: प्याज की कीमत में 55 फीसदी की बढ़ोतरी, लसलगांव मंडी में 4,300 रुपये क्विंटल हुआ रेट

नए खरीफ प्याज की नियमित आपूर्ति दिसंबर के दूसरे हिस्से में बढ़ने की उम्मीद है. इसके विपरीत, मार्च-अप्रैल में कटी गर्मियों के प्याज सोमवार को लसलगांव में औसतन सिर्फ 1,100 रुपये प्रति क्विंटल में बिका.

नोएडा | Updated On: 2 Dec, 2025 | 10:06 AM

Nashik onion rate: महाराष्ट्र प्याज किसानों के लिए राहतभरी खबर है. नासिक स्थित लसलगांव APMC में नए खरीफ प्याज की औसत थोक कीमत में तेज बढ़ोतरी हुई है. इससे किसानों ने राहत की सांस ली है. शनिवार को जो प्याज 2,000 रुपये प्रति क्विंटल था, वह सोमवार को 3,100 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया. यानी 48 घंटे में प्याज की कीमतों में लगभग 55 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई. खास बात यह है कि सोमवार को लसलगांव APMC में लगभग 2,400 क्विंटल नए खरीफ प्याज की नीलामी हुई, जिसमें न्यूनतम थोक कीमत 500 रुपये और अधिकतम 4,300 रुपये प्रति क्विंटल रही.

द टाइन्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, APMC अधिकारी ने कहा कि थोक कीमत  तेजी से बढ़ने का मुख्य कारण बाजार में उपलब्ध प्याज की तुलना में मांग का अधिक होना है. निर्यात के लिए बढ़ी हुई मांग, कुछ कंपनियों द्वारा बीज बनाने के लिए प्याज खरीदना और सीमित आपूर्ति मिलकर कीमत बढ़ने का कारण बने हैं. व्यापारियों के अनुसार, अभी हार्वेस्टिंग शुरू ही हुई है, इसलिए आपूर्ति कम है और दाम तेजी से बढ़ रहे हैं.

10,546 क्विंटल प्याज की नीलामी हुई

हालांकि, नए खरीफ प्याज की नियमित आपूर्ति दिसंबर के दूसरे हिस्से में बढ़ने की उम्मीद है. इसके विपरीत, मार्च-अप्रैल में कटी गर्मियों के प्याज सोमवार को लसलगांव में औसतन सिर्फ 1,100 रुपये प्रति क्विंटल में बिका. एक व्यापारी ने कहा कि गर्मियों की प्याज की न्यूनतम और अधिकतम थोक  कीमत क्रमशः 300 रुपये और 1,701 रुपये प्रति क्विंटल रही. सोमवार को लसलगांव में लगभग 8,146 क्विंटल गर्मियों की प्याज और कुल मिलाकर नए खरीफ व गर्मियों के प्याज मिलाकर 10,546 क्विंटल प्याज की नीलामी हुई. मान्यतः लसलगांव बाजार में रोजाना लगभग 15,000 क्विंटल प्याज आता है. 

राजस्थान में प्याज किसानों को हो रहा नुकसान

वहीं, राजस्थान के अलवर में प्याज किसानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है. यहां पर कीमतें अभी की बहुत कम हैं. ऐसे में किसान लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं. अलवर जिले में लाल प्याज की कीमत इस बार बहुत कम होने के कारण किसान भारी नुकसान झेल रहे हैं. पिछले साल इस समय प्याज के भाव 2,200 रुपये प्रति 40 किलो थे, जबकि इस साल ये सिर्फ 200 से 500 रुपये प्रति 40 किलो के बीच चल रहे हैं. कीमतों में इतनी गिरावट के कारण किसान अपनी प्याज मंडी तक लाने की लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं. इससे उन्हें भारी नुकसान हो रहा है और किसान बेहद निराश हैं. कुछ किसानों ने तो परेशानी और नुकसान से तंग आकर प्याज को खेत में ही नष्ट कर दिया है.

Published: 2 Dec, 2025 | 09:00 AM

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