Haryana News: हरियाणा में लगातार तापमान गिरने से गेहूं किसानों के चेहरे खिल उठे हैं. धान की कटाई अब लगभग खत्म हो चुकी है और राज्य में करीब 90 फीसदी गेहूं की बुवाई पूरी हो गई है. किसान अब फसल की पहली सिंचाई की तैयारी कर रहे हैं. राज्य सरकार ने इस साल करीब 63 लाख एकड़ में गेहूं बोने का लक्ष्य रखा है, जो पिछली रबी सीजन के मुकाबले 1.23 लाख एकड़ ज्यादा है. ऐसे 2024- 25 रबी सीजन में यह लक्ष्य 61.75 लाख एकड़ था. खास कर पिछले 15 दिनों में हरियाणा में तापमान में अच्छी-खासी गिरावट दर्ज हुई है. अधिकतम तापमान लगभग 6°C और न्यूनतम तापमान 3- 4°C तक कम हुआ है, जो गेहूं की बुवाई के लिए बेहतरीन माना जाता है.
ऐसे 2025- 26 रबी सीजन के लिए सरकार ने जिलों के हिसाब से गेहूं की बुवाई के लक्ष्य तय किए हैं. हिसार में 5.92 लाख एकड़, सिरसा में 7.41 लाख एकड़, भिवानी में 2.67 लाख एकड़, रोहतक में 2.64 लाख एकड़, झज्जर में 2.59 लाख एकड़, सोनीपत में 3.70 लाख एकड़, गुरुग्राम में 86,450 एकड़, फरीदाबाद में 83,980 एकड़, करनाल में 4.19 लाख एकड़, पानीपत में 2.10 लाख एकड़, कुरुक्षेत्र में 2.86 लाख एकड़, कैथल में 4.62 लाख एकड़, अंबाला में 2.34 लाख एकड़, यमुनानगर में 2.61 लाख एकड़, जींद में 5.38 लाख एकड़, महेंद्रगढ़ में 76,570 एकड़, रेवाड़ी में 86,450 एकड़, मेवात में 1.80 लाख एकड़, पलवल में 2.52 लाख एकड़ और चरखी दादरी में 91,390 एकड़ में गेहूं बुवाई का लक्ष्य रखा गया है.
नहीं है डीएपी या यूरिया की किल्लत
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, गोहना के भैंसवां खुर्द गांव के किसान भगत सिंह ने कहा कि गेहूं की बुवाई लगभग पूरी हो चुकी है और किसान अब पहली सिंचाई की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस समय मौसम फसल के लिए अनुकूल है और अगर यही स्थिति बनी रही तो इस रबी सीजन में फसल अच्छी होगी. साथ ही उन्होंने कहा कि डीएपी या यूरिया की कोई कमी नहीं है.
क्या कहते हैं कृषि अधिकारी
हरियाणा कृषि विभाग के एसडीओ देवेंद्र कुहार ने कहा कि पूरे राज्य में गेहूं की बुवाई लगभग पूरी हो चुकी है. उनके अनुसार, अभी का मौसम जल्दी या देर से बोई गई दोनों तरह की फसल के लिए अनुकूल है. दिन का तापमान 20- 22°C और रात का 10- 12°C फसल के लिए बिल्कुल सही माना जा रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य में सीड रिप्लेसमेंट रेशियो भी बढ़ा है. पहले किसान अपने ही रखे हुए बीज का इस्तेमाल करते थे, लेकिन अब वे भरोसेमंद एजेंसियों से मिलने वाले प्रमाणित बीज लेना पसंद कर रहे हैं, जिससे पैदावार बढ़ने की संभावना रहती है.
कितने दिनों पर करें पहली सिंचाई
कुहार ने कहा कि इस समय फसल ‘क्राउन-रूट इनिशिएशन (CRI)’ चरण में है और किसानों को सलाह दी गई है कि बुवाई के 21 से 28 दिन के भीतर पहली सिंचाई जरूर करें, क्योंकि यह सिंचाई अच्छी क्वालिटी और बेहतर पैदावार के लिए बहुत जरूरी होती है. पानीपत के कृषि उपनिदेशक आत्मा राम गोदारा ने कहा कि जिले में जल्दी बोई जाने वाली गेहूं की बुवाई लगभग 90 फीसदी पूरी हो चुकी है और बाकी भी जल्द ही पूरी हो जाएगी. उन्होंने कहा कि सोनीपत, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, यमुनानगर और पंचकूला जैसे उत्तरी जिलों में धान की कटाई जल्दी खत्म हो जाती है, इसलिए वहां गेहूं की बुवाई भी जल्दी पूरी हो जाती है. वहीं हिसार, सिरसा और फतेहाबाद जैसे पश्चिमी जिलों में धान की कटाई देर तक चलती है, इसलिए वहां बुवाई आम तौर पर 10 दिसंबर तक खिंच जाती है.